नई दिल्ली। शिल्प कलाधिपति, तकनीक और विज्ञान के जनक भगवान विशवकर्मा जी की जयंती आज पूरे देश में मनाई जा रही है। हर साल 17 सितंबर को यह मनाया जाता है। अश्विन महीने की कन्या संक्रांति को मनाई जाने वाली विश्वकर्मा जयंती के दिन श्री विश्वकर्मा के साथ औजारों की पूजा की जा रही है। पुराणों में भगवान विश्वर्मा को संपूर्ण सृष्टि में जो भी चीजें सृजनात्मक हैं, जिनसे जीवन संचालित होता है वह सब भगवान विश्कर्मा की देन है। यानी भगवान विश्वकर्मा ही दुनिया के पहले शिल्पकार, वास्तुकार और इंजीनियर थे। मान्यता है कि जब ब्रम्हा जी ने सृष्टि की रचना की तो उसे सजाने-संवारने का काम विश्वकर्मा भगवान ने किया था। इसी श्रद्धा भाव से किसी कार्य के निर्माण और सृजन से जुड़े हुए लोग भगवान विश्वकर्मा की पूजा-अर्चना करते हैं।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देशवासियों को भगवान विश्वकर्मा जयंती की अनंत शुभकामनाएं। इस अवसर पर नवनिर्माण और नवसृजन के साथ ही सभी प्रकार के रचनात्मक कार्यों से जुड़े कर्मयोगियों का मेरा हार्दिक अभिनंदन। आपका कौशल और कर्तव्यभाव अमृतकाल में देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाला है।
इसको लेकर प्रधानमंत्री की ओर से ट्विट भी किया गया है।
देशवासियों को भगवान विश्वकर्मा जयंती की अनंत शुभकामनाएं। इस अवसर पर नवनिर्माण और नवसृजन के साथ ही सभी प्रकार के रचनात्मक कार्यों से जुड़े कर्मयोगियों का मेरा हार्दिक अभिनंदन। आपका कौशल और कर्तव्यभाव अमृतकाल में देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाला है। pic.twitter.com/fW6pLUwNdj
— Narendra Modi (@narendramodi) September 17, 2022
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अपने संदेश में लिखा है कि लोक देवता, निर्माण व सृजन के अधिष्ठाता भगवान विश्वकर्मा जी की पावन जयंती पर प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं! उ.प्र. सरकार अपनी जन-कल्याणकारी नीतियों व योजनाओं के माध्यम से हस्तशिल्पियों, कारीगरों, श्रमिकों आदि के स्वावलंबन एवं सशक्तिकरण हेतु निरंतर कार्य कर रही है।
वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा,प्रदेश के नवनिर्माण व जनकल्याण के समस्त संकल्पों की सिद्धि के लिए नव ऊर्जा व अथक कार्य करने की सामर्थ्य प्रदान करें तथा सबका मंगल और कल्याण करें;यही कामना करता हूं।