Tokyo Olympics 2020 : भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने कांस्य पदक जीता

कोशिश आगे जाने की थी, लेकिन अपने बेहतर पंच से लवलीना ने भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल हासिल की। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में चीनी ताइपे की निएन-चिन चेन को हराकर लवलीना ने सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। आज तुर्की की बुसेनाज़ सुरमेनेली ने 0-5 से हराया दिया इनको।

नई दिल्ली। भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने कांस्य पदक जीता। लवलीना को महिलाओं के वेल्टरवेट (64-69 किग्रा) सेमीफाइनल मैच में तुर्की की बुसेनाज़ सुरमेनेली ने 0-5 से हराया। भले लवलीना हार गईं, लेकिन उन्होंने इतिहास रच दिया है। वह बाॅक्सिंग में मेडल जीतने वाली दूसरी महिला मुक्केबाज बन गई हैं, जबकि तीसरी भारतीय मुक्केबाज नहीं है। लवलीना से पहले बीजिंग ओलंपिक खेल-2008 में विजेंद्र सिंह और लंदन ओलंपिक खेल-2012 में मैरी काॅम ने भारत के लिए ओलंपिक में ब्राॅन्ज मेडल जीता था।

लवलीना की इस ऐतिहासिक जीत पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई और शुभकामनाएं दी है।

केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ने अपने ट्विटर पर बधाई देते हुए लिखा कि लवलीना ने अपना बेहतर पंच दिया है। उन्हें देश की ओर से बधाई और शुभकामनाएं।

लवलीना के आज के सेमिफाइनल मैच की बात करें तो लवलीना ने पहले राउंड में साहस दिखाया, लेकिन जजों ने बुसेनाज को प्रभावी माना। जजों ने पहले राउंड में सर्वसम्मति बुसेनाज के प्रहारों को ज्यादा प्रभावी माना और 5-0 से उनके पक्ष में फैसला दिया। लवलिना ने दूसरे राउंड में भी वापसी करने की हिम्मत दिखाई, लेकिन बुसेनाज का अनुभव काम आया। बुसेनोज ने केवल अंक बटोरने और लवलीना के शरीर के करीब रहकर उन्हें आक्रमण से रोकने पर ध्यान दिया।