नई दिल्ली। भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने कांस्य पदक जीता। लवलीना को महिलाओं के वेल्टरवेट (64-69 किग्रा) सेमीफाइनल मैच में तुर्की की बुसेनाज़ सुरमेनेली ने 0-5 से हराया। भले लवलीना हार गईं, लेकिन उन्होंने इतिहास रच दिया है। वह बाॅक्सिंग में मेडल जीतने वाली दूसरी महिला मुक्केबाज बन गई हैं, जबकि तीसरी भारतीय मुक्केबाज नहीं है। लवलीना से पहले बीजिंग ओलंपिक खेल-2008 में विजेंद्र सिंह और लंदन ओलंपिक खेल-2012 में मैरी काॅम ने भारत के लिए ओलंपिक में ब्राॅन्ज मेडल जीता था।
लवलीना की इस ऐतिहासिक जीत पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई और शुभकामनाएं दी है।
Well fought @LovlinaBorgohai! Her success in the boxing ring inspires several Indians. Her tenacity and determination are admirable. Congratulations to her on winning the Bronze. Best wishes for her future endeavours. #Tokyo2020
— Narendra Modi (@narendramodi) August 4, 2021
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ने अपने ट्विटर पर बधाई देते हुए लिखा कि लवलीना ने अपना बेहतर पंच दिया है। उन्हें देश की ओर से बधाई और शुभकामनाएं।
Lovlina, you gave your best punch !🥊
India 🇮🇳 is extremely proud of what you have achieved !
You’ve achieved a 🥉 medal in your first Olympics; the journey has just begun!
Well done @LovlinaBorgohai !#Boxing #Olympics #Tokyo2020 #Cheer4India pic.twitter.com/kIW7qkeze5
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) August 4, 2021
लवलीना के आज के सेमिफाइनल मैच की बात करें तो लवलीना ने पहले राउंड में साहस दिखाया, लेकिन जजों ने बुसेनाज को प्रभावी माना। जजों ने पहले राउंड में सर्वसम्मति बुसेनाज के प्रहारों को ज्यादा प्रभावी माना और 5-0 से उनके पक्ष में फैसला दिया। लवलिना ने दूसरे राउंड में भी वापसी करने की हिम्मत दिखाई, लेकिन बुसेनाज का अनुभव काम आया। बुसेनोज ने केवल अंक बटोरने और लवलीना के शरीर के करीब रहकर उन्हें आक्रमण से रोकने पर ध्यान दिया।