Ukraine Crisis : पुतिन ने एक बार फिर दी ये चेतावनी

यूक्रेन नहीं सुधरा तो उसका भविष्य खतरे में है। रूसी रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि देश की सेनाओं ने स्ट्रोकोन्स्टेंटिनोव में यूक्रेनी वायु सेना से संबंधित हवाई क्षेत्र को निष्क्रिय कर दिया है। रूसी सेना ने यूक्रेन के सैन्य बुनियादी ढांचे पर हमला करना जारी रखा है। इसके साथ ही रूस की तरफ से दावा किया गया कि उनके हमले के कारण यूक्रेन के इलाके में 61 सैन्य सुविधाएं प्रभावित हुईं हैं।

मास्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी देते हुए कहा कि यूक्रेन का देश का दर्जा खतरे में है। उन्होंने पश्चिमी प्रतिबंधों को रूस के खिलाफ ‘‘युद्ध की घोषणा’’ करार देते हुए कहा कि कब्जे में आए बंदरगाह शहर मारियुपोल में आतंकी घटनाओं की वजह से संघर्षविराम भंग हुआ।

इस बीच, यूक्रेन के अधिकारियों ने दावा किया कि शनिवार को रूसी सेना ने मरियुपोल में बमबारी तेज कर दी और वह कीव के उत्तर स्थित चेरनीहीव के रिहायशी इलाकों में शक्तिशाली बम गिरा रही है। पुतिन ने कहा, ‘‘जो वे (यूक्रेनी) कर रहे हैं और अगर उसे जारी रखा तो वे यूक्रेन के देश के दर्जे पर सवाल उठाने का आह्वान कर रहे हैं। अगर ऐसा होता है तो इसके लिए वे पूरी तरह से जिम्मेदार होंगे।’’ उन्होंने रूस की अर्थव्यस्था को नुकसान पहुंचाने और उसकी मुद्रा को कमजोर करने के लिए लगाए जा रहे प्रतिबंधों पर पश्चिमी देशों को आड़े हाथ लिया।

पुतिन ने रूसी विमानन कंपनी एयरोफ्लोट के फ्लाइट अटेंडेंट के साथ हुई मुलाकात में कहा, ‘‘लगाए जा रहे प्रतिबंध युद्ध की घोषणा के समान हैं।’’ वहीं, यूक्रेन के अधिकारियों ने दावा किया कि रूसी तोपखाने और विमानों ने बमबारी कर लोगों की निकासी के कार्य को बाधित किया जबकि पुतिन ने यूक्रेन पर इस प्रक्रिया को ध्वस्त करने का आरोप लगाया।

यूक्रेन और रूस के बीच छिड़ी जंग को दो सप्ताह होने जा रहे हैं, लेकिन अभी भी युद्ध खत्म होता नजर नहीं आ रहा है। इस बीच दुनिया के कई देश राष्ट्रपति व्लादिमीर के आक्रामक रवैये को देखते हुए रूस पर कई वैश्विक प्रतिबंध लगा चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ भारत इस मुद्दे पर कूटनीतिक कदम के साथ आगे बढ़ रहा है। भारत के रिएक्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए नई दिल्ली में जर्मन राजदूत वाल्टर जे लिंडनर ने रविवार को भारत की कूटनीतिक सेवा की तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारत को पता है क्या करना है।