केंद्रीय गृह मंत्री बोले-मोदी सरकार लोगों को अच्छा लगने के लिए नहीं, बल्कि उनकी भलाई के लिए फैसले ले रही’

द इंडियन एक्सप्रेस एक्सीलेंस इन गवर्नेंस अवार्ड्स’ प्रदान करने के लिए एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार लोगों को पसंद करने के लिए नहीं, बल्कि उनके कल्याण के लिए फैसले लेती है.गृह मंत्री ने कहा लोकतांत्रिक देश में सुशासन के बिना संविधान की भावनाओं को नीचे तक पहुंचाना असंभव होता है.भारत का संविधान, जो सभी के लिए समान अवसर की कल्पना करता है, वो तभी सफल हो सकता है जब जिला स्तर पर सुशासन के मंत्र को आत्मसात किया जाए।


मोदी सरकार जब से बनी है तब से पारदर्शिता और जवाबदेही प्रशासन पर हमने काफी काम किया है।इसके अतिरिक्त हमने प्रशासनिक सुधारों और सुशासन को सांचे में ढालने का काम हमारी सरकार के द्वारा किया गया है।उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री जी हमेशा मानते हैं कि प्रजा केंद्रित विकास ही सुशासन का मूल मंत्र है।हमारा सुशासन का मॉडल हमें ही बनाना होगा और इसके लिए नीचे से चिंतन के बाद सुझाव ऊपर तक आएं।इन सुझावों पर बनने वाला ये मॉडल सर्व स्पर्शी और सर्व समावेशी होना चाहिए।सुशासन का हमारा मॉडल भ्रष्टाचार मुक्त होना चाहिए, पारदर्शी होना चाहिए, मूलभूत समस्या का समाधान करने वाला होना चाहिए, जवाबदेही और संवेदनशीलता से युक्त होना चाहिए साथ ही इसमें इसमें नवाचार और स्थायित्व भी होना चाहिए।उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में पहले नीतियां वोटों को ध्यान में रख कर बनती थीं लेकिन मोदी जी की सरकार आने के बाद कभी भी नीतियां लोगों को अच्छी लगें… इस लिए नहीं बनाई गई हैं बल्कि लोगों के लिए अच्छी हों… इस उद्देश्य को लेकर बनाई गई हैं।लोकतंत्र के अंदर नीतियों का आधार गरीब से गरीब व्यक्ति होना चाहिए, उसका विकास होना चाहिए।हमारे अधिकारियों को अलग-अलग सुझावों को लेते हुए ‘बर्ड आई व्यू’ को अपनाते हुए नीचे देखना होगा और सुशासन के मंत्र गढ़ने पड़ेंगे।हम ‘गुड गवर्नेंस’ को दिल्ली के गलियारों और यहां के सचिवालय में तलाशते हैं जबकि इसे हमारे दूर-दराज के गांवों में जाकर देखना चाहिए।आज हमारे आकांक्षी जिलों में 90 फीसदी लोगों के पास अपना बैंक खाता है। यह ‘गुड गवर्नेंस’ है।शाह ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने कभी ‘लोगों को अच्छी लगें’ इसको ध्यान में रख कर नीतियां नहीं बनायीं, बल्कि ‘लोगों के लिए अच्छी हों’ इसको ध्यान में रख कर बनाई हैं। हमारा हर फैसला लोगों के हित में है और नीतियां बनाते समय समस्या के समाधान को केंद्र में रखा है। प्रधानमंत्री जी हमेशा मानते हैं कि प्रजा केंद्रित विकास ही सुशासन का मूल मंत्र है। हमारा सुशासन का मॉडल हमें ही बनाना होगा। सुशासन का यह मॉडल सर्व स्पर्शी और सर्व समावेशी होना चाहिए।