नई दिल्ली। पूर्व में जैसी आशंका व्यक्त की जा रही थी, उसके अनुसार ही केंद्रीय चुनाव आयोग ने पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनावी तारीखों का ऐलान किया है। गौरतलब है कि तीनों राज्यों में कार्यकाल मार्च में खत्म हो रहा है। तीनों ही राज्यों में आचार संहिता लागू हो गया। नागालैंड और मेघालय में एक चरण में चुनाव होंगे। मेघालय और नगालैंड में 27 फरवरी को चुनाव होंगे। वहीं, त्रिपुरा में 16 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। चुनाव के नतीजे 2 मार्च को आएंगे।
मेघालय, त्रिपुरा और नागालैंड में 60-60 सीटें हैं। तीनों ही राज्यों में आचार संहिता लागू हो गया। नागालैंड और मेघालय में एक चरण में चुनाव होंगे। मेघालय और नगालैंड में 27 फरवरी को चुनाव होंगे। वहीं, त्रिपुरा में 16 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। चुनाव के नतीजे 2 मार्च को आएंगे।
राजीव कुमार ने बताया कि तीनों ही राज्यों में महिला वोटर की भागीदारी ज्यादा है। तीनों राज्यों में चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव कराने को लेकर प्रतिबद्ध है। नागालैंड, मेघालय और त्रिपुरा में संयुक्त रूप से 62.8 लाख से अधिक मतदाता हैं, जिनमें – 31.47 लाख महिला मतदाता, 97,000 80+ मतदाता और 31,700 विकलांग मतदाता शामिल हैं। 3 राज्यों में चुनाव में भाग लेने के लिए 1.76 लाख से अधिक पहली बार मतदाता हैं। त्रिपुरा में जहां भाजपा की सरकार है, वहीं नगालैंड में नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी सत्ता में है। मेघालय में नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) की सरकार है। एनपीपी पूर्वोत्तर की एकमात्र पार्टी है जिसे राष्ट्रीय दल के तौर पर मान्यता हासिल है।
इन तीनों ही राज्यों में किसी ना किसी तरह से बीजेपी सत्ता में है। त्रिपुरा में बीजेपी अकेले दमपर सत्ता में है, लेकिन इस बार लेफ्ट और कांग्रेस का गठबंधन बीजेपी के लिए सबसे बड़ै चैलेंज है। वहीं, मेघालय में बीजेपी गठबंधन की सरकार है। 19 सीटों वाली एनपीपी के कॉनराड संगमा सीएम हैं। नागालैंड में भी बीजेपी गठबंधन सत्ता पर काबिज़ है। 2018 में एनडीपीपी और बीजेपी ने मिलकर चुनाव लड़ा था। फिलहाल एनडीपीपी के नेफियू रियो नागालैंड के सीएम हैं।