स्वास्थ्य मंत्रियों के वर्चुअल बैठक में सम्मिलित हुए केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ..

ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने के लिए राज्यों से किया गया है आग्रह: अश्विनी चौबे इसके रोकथाम एवं जागरूकता के लिए उठाए गए हैं कदम-आईसीएमआर ने गाइडलाइन किया है जारी।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा है कि ब्लैक फंगस के उपचार, रोकथाम एवं जागरूकता के लिए मंत्रालय स्तर पर व्यापक कदम उठाए गए हैं। आईसीएमआर ने भी गाइडलाइन जारी किया है। मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से महामारी रोग अधिनियम, 1897 के तहत म्यूकोर्मिकोसिस (ब्लैक फंगस) को महामारी घोषित करने का आग्रह किया है। इससे संबंधित दवाइयों एवं इंजेक्शन के उत्पादन में भी बढ़ोतरी की जा रही है।

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री चौबे शुक्रवार को राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों से संवाद के क्रम में हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा एवं केंद्र शासित प्रदेश के राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ कोविड-19 की मौजूदा स्थिति एवं टीकाकरण पर आयोजित वर्चुअल बैठक में पटना से सम्मिलित हुए। हाल ही में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री एवं अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक हुई थी। ब्लैक फंगस को लेकर विस्तार से चर्चा हुई थी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इस पर पैनी नजर बनाए रखें और संपर्क में रहें।

केंद्रीय मंत्री श्री चौबे ने कहा कि प्रधानमंत्री लगातार मुख्यमंत्री, जिला अधिकारी डॉक्टर, फ्रंटलाइन वर्कर्स आदि से बातचीत कर सभी का मार्गदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने एक नया मंत्र भी दिया है, ‘जहां बीमार वहीं उपचार’। यह कोरोना के विरुद्ध जंग में महत्वपूर्ण साबित होगा। माइक्रो-कंटेनमेंट ज़ोन बनाकर विशेष फोकस करने पर बल दिया गया है। इससे शहर के साथ-साथ गांवों में भी लोगों को बेहतर चिकित्सीय परामर्श उपचार एवं जागरूकता लाने में मदद मिल रही है। केंद्रीय मंत्री श्री चौबे ने सभी से अपील की है कि मास्क नियमित रूप से पहनें। मास्क कोरोना से बचाव का सबसे बड़ा हथियार है। शुक्रवार सुबह तक देश में 3.57 लाख से अधिक लोग कोविड-19 से स्वस्थ हुए हैं। देश में 19 करोड़ से अधिक टीकाकरण हो चुका है। उन्होंने कहा कि कोविड उचित व्यवहार का पालन करें और अपनी बारी आने पर वैक्सीन जरूर लगवाएं।