अखिलेश यादव के नेतृत्व में पैदल मार्च, यूपी के उपमुख्यमंत्री ने उठाए सवाल

राज्य सरकार के ख़िलाफ़ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विधानसभा तक पैदल मार्च निकाला।

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विधानसभा तक पैदल मार्च निकाला। सपा ने बढ़ती महंगाई, किसानों की समस्याओं और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर राज्य सरकार के विरोध में इस पदयात्रा का आयोजन किया है।

मार्च के दौरान रूट बदलने को लेकर सपाइयों ने नाराजगी जताई । पहले से तयशुदा रूट पर जाने की मांग कर रहे हैं । सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा यदि रोकना था तो कल परमिशन क्यों दिया ? प्रशासन का कहना है कि जीपीओ के बजाय वीवीआइपी गेस्ट हाउस और एनेक्सी होते हुए विधानसभा जाएं।

दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशवप्रसाद मौर्य ने कहा कि समाजवादी पार्टी जिसे मार्च का नाम देकर विरोध प्रदर्शन कर रही है वो जनता के हितों से जुड़ा हुआ है ही नहीं। अगर उन्हें जनता से जुड़े किसी मुद्दे पर चर्चा करनी है तो सदन में करनी चाहिए, जो कार्यवाही का हिस्सा बने। सरकार चर्चा के लिए तैयार है।

इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर पूरी सुरक्षा व्यवस्था की गई। लखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यालय के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता आज कार्यालय से विधानसभा तक सरकार के खिलाफ पैदल मार्च निकालेंगे।पदयात्रा को लेकर विक्रमादित्य मार्ग को छावनी बना दिया गया है। वीवीआईपी चौराहा से लेकर सपा कार्यालय तक बैरिकेडिंग कर भारी संख्या में फोर्स लगा दी गई है। इस रास्ते पर आम लोगों का आवागमन बंद कर दिया गया है।

मुख्य विपक्षी सपा के मुख्य सचेतक मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार फेल रही है। प्रदेश में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। खास तौर पर महिलाओं पर अपराध का ग्राफ ज्यादा बढ़ा है। विपक्षी दलों के नेताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। महंगाई से जनता को दो जून की रोटी जुटाना मुश्किल हो गया है।