रेप के आरोपों से ऑस्ट्रेलियन संसद में हंगामा, पीएम मॉरिसन ने क्या दी सलाह ?

2019 में सत्ताधारी लिबरल पार्टी की सरकार में एक मंत्री के कार्यालय में सलाहकार के रूप में कार्यरत एक पुरुष सहकर्मी ने उनके साथ रेप किया था। ब्रिटनी हिगिन्स की कहानी सामने आने के बाद कई महिलाएं सामने आईं और यौन हमले के अपने-अपने अनुभव साझा किए।

सिडनी। कई देशों की राजनीति में भूचाल मचाने के बाद रेप के आरोप से अब ऑस्ट्रेलिया की संसद में हंगाम हुआ है। काफी हो-हल्ला के बाद ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री माॅरिसन ने सलाह दी है कि लोगों को संयम बरतना चाहिए और वर्क कल्चर को भी बदलना होगा। असल में, ऑस्ट्रेलिया के एक पू्र्व राजनीतिक सलाहकार ने 15 दिन पहले आरोप लगाया था कि संसद भवन में उनके साथ रेप हुआ था।

दो विपक्षी सांसदों- लेबर पार्टी की सांसद पेनी वोंग और ग्रीन्स सीनेटर सारा हैन्सोन यंग ने समाचार एजेंसी एएफपी से मिले एक पत्र का उल्लेख किया है, जिसमें आरोप है कि एक व्यक्ति, जो अभी कैबिनेट मंत्री है, ने 1988 में 16 साल की एक लड़की के साथ बलात्कार किया था। उस महिला ने 49 साल की उम्र में पिछले साल जून में अपनी जान ले ली थी। पिछले हफ्ते पीएम मॉरिसन ने भी माना था कि व्यवस्था में कमियां हैं और वर्कप्लेस कल्चर को ठीक करने की जरूरत है।

दरअसल, ब्रिटनी हिगिन्स का कहना है कि 2019 में सत्ताधारी लिबरल पार्टी की सरकार में एक मंत्री के कार्यालय में सलाहकार के रूप में कार्यरत एक पुरुष सहकर्मी ने उनके साथ रेप किया था। ब्रिटनी हिगिन्स की कहानी सामने आने के बाद कई महिलाएं सामने आईं और यौन हमले के अपने-अपने अनुभव साझा किए। बताया जाता है कि ऐसे आरोपों की बाढ़ आने के बाद ऑस्ट्रेलिया की मॉरिसन सरकार पर जवाब देने का दबाव बढ़ गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, ब्रिटनी हिगिन्स का कहना है कि तब वो 24 साल की थीं और यह उनकी नई ड्रीम जॉब थी, जिसे ज्वाइन किए हुए कुछ हफ्ते ही हुए थे। मार्च 2019 में एक सीनियर सहकर्मी उन्हें नाइट आउट के बाद संसद लेकर गया था। जमकर शराब पीने के कारण मंत्री के कार्यालय में ही ब्रिटनी को नींद आ गई। ब्रिटनी बताती हैं कि जब नींद खुली तो पता चला कि उस आदमी ने उन पर यौन हमला किया था। हालांकि, उस व्यक्ति को कुछ ही दिनों में बर्खास्त कर दिया गया। उसकी बर्खास्तगी न केवल कथित यौन हमले के लिए थी, बल्कि उसने कार्यालय के सुरक्षा नियमों को भी तोड़ा था, क्योंकि रात में संसद नहीं जाया जा सकता है।

घटना के बाद ब्रिटनी ने अपनी बॉस और तत्कालीन सुरक्षा उद्योग मंत्री लिंडा रीनॉल्ड्स से कहा था कि उन पर यौन हमला हुआ है। मंत्री ने ब्रिटनी को समर्थन देने का भरोसा दिलाया और पुलिस में जाकर शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा था। ब्रिटनी ने कहा कि वह दबाव में थीं कि ऐसा करने पर कहीं उनकी नौकरी न चली जाए। ब्रिटनी का कहना है कि उन्हें लिबरल पार्टी ने चुप करा दिया, लेकिन ब्रिटनी ने तब बोलने का फैसला किया, जब जनवरी महीने में एक तस्वीर देखी, जिसमें मॉरिसन यौन हमले के खिलाफ बात कर रहे थे।

ब्रिटनी के सामने आने के बाद ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने माफी मांगी। पीएम मॉरिसन ने कहा कि ब्रिटनी मामले को उन्होंने ठीक से तब समझा, जब उनकी पत्नी ने उनसे कहा कि वे अपनी दो बेटियों को ध्यान में रखते हुए पूरे मामले को देखें. ब्रिटनी हिगिन्स के बाद अन्य महिलाएं भी स्थानीय मीडिया के सामने आईं और यौन हमले और उत्पीड़न के आरोप लगाए। एक महिला ने द ऑस्ट्रेलियन से कहा कि 2020 में एक पुरुष ने उससे रेप किया. अगर सरकार ने 2019 में ब्रिटनी मामले को ठीक से हैंडल करती तो उसके साथ ऐसा नहीं होता। एक और महिला ने कहा कि 2017 में एक नाउट आउट के बाद उसके साथ रेप हुआ था।