नई दिल्ली। कंगना रनौत की फिल्म “इमरजेंसी” हाल ही में सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन से सेंसर सर्टिफिकेट हासिल करने में समस्याएं आने से
इसके रिलीज में देरी हो रही है। फिल्म ‘इमरजेंसी’ का निर्देशन और निर्माण कंगना रनौत ने किया है, जो इसमें इंदिरा गांधी की मुख्य भूमिका भी निभा रही हैं। फिल्म के रिलीज में देरी से सोशल मीडिया पर काफी हलचल देखने मिल रही है, जिसमें लोगों ने फिल्म प्रोड्यूसर विवेक रंजन अग्निहोत्री को गलत तरीके से दोषी ठहराया है, जो कभी केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के सदस्य थे, लेकिन यह साफ़ करना ज़रूरी है कि विवेक रंजन अग्निहोत्री का सीबीएफसी से अब कोई जुड़ाव नहीं है, क्योंकि उन्होंने 4 साल पहले बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था। वह लंबे समय से सीबीएफसी में किसी भी जिम्मेदार पद पर नहीं हैं। फिर भी, सोशल मीडिया पर कुछ लोग गलत तरीके से सोच रहे हैं कि अग्निहोत्री ‘इमरजेंसी’ की सर्टिफिकेशन प्रक्रिया का हिस्सा हैं, जिस कारण उनके खिलाफ अनुचित आरोप लगाए जा रहे हैं।
यह भी बताना ज़रूरी है कि विवेक रंजन अग्निहोत्री ने हमेशा कंगना रनौत की फ़िल्म ‘इमरजेंसी’ का समर्थन किया है। असल में, वह रिलीज़ की तारीख़ घोषित होने से पहले ही ट्वीट करके फ़िल्म की तारीफ करने वाले पहले कुछ लोगों में से एक थे। उन्हें यह प्रोजेक्ट एक साल से ज्यादा समय से पसंद है, साथ ही उन्होंने फिल्म के विचार और डायरेक्शन के अलावा इंदिरा गांधी की भूमिका निभाने वाली लीड एक्ट्रेस के रूप में कंगना रनौत के काम की भी तारीफ की है।
इन फैक्ट्स को देखते हुए, फैंस और नेटिज़न्स को अपनी चिंताओं को सही ढंग से सही दिशा में लेकर जाने और यह समझने की जरूरत है कि ‘इमरजेंसी” के बारे में सीबीएफसी के फैसले में विवेक रंजन अग्निहोत्री की कोई भूमिका नहीं है