हमने दिल्ली और पंजाब में भ्रष्टाचार खत्म किया, अब हरियाणा में भी भ्रष्टाचार खत्म करेंगे : अरविंद केजरीवाल

आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मौजूद जनसमूह से पूछा कि जो लोग अपने बच्चों को इंजीनियर, डॉक्टर और वकील बनाना चाहते हैं, वो सारे लोग हमारे साथ आ जाओ और जो लोग अपने बच्चों को दंगाई, गुंडे, बलात्कारी बनाना चाहते हैं वो उनके साथ चले जाओ। इनकी पार्टी में सारे लुच्चे, लफंगे, दंगाई और बलात्कारी भरे पड़े हैं। सुबह से शाम तक गुंडागर्दी करते घूमते हैं। या तो ये खुद गुंडागर्दी करते हैं, नहीं तो पता चल जाए कि देश में कहीं गुंडागर्दी हो गई, तो वहां जाकर गुंडई और दंगई करने वालों का सम्मान करते हैं। अभी थोड़े दिन पहले कुछ गुंडों ने मेरे घर पर हमला कर दिया।

नई दिल्ली/हरियाणा। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज हरियाणा के कुरुक्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमने दिल्ली और पंजाब में भ्रष्टाचार खत्म किया और अब हरियाणा में भी भ्रष्टाचार खत्म करेंगे। केवल आम आदमी पार्टी है, जो देश में एक ईमानदार सरकार दे सकती है। पंजाब में हमारा स्वास्थ्य मंत्री अफसरों से पैसे मांग रहा था। मीडिया और विपक्ष को भी नहीं पता था। कोई और पार्टी होती तो उससे थोड़ा पैसा पार्टी फंड में जमा कराने को कहती, लेकिन आम आदमी पार्टी ऐसी नहीं है। हमने उसे बर्खास्त कर सीधे जेल में डाल दिया। आम आदमी पार्टी कट्टर ईमानदार पार्टी है। मतलब कि मेरा बेटा भी कल को अगर बदमाशी करेगा तो उसको भी छोडूंगा नहीं। ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आह्वान करते हुए कहा कि इस नगर निगम के चुनाव में अपनी ताकत दिखा दो। हम नगर निगम से सारा भ्रष्टाचार दूर करेंगे और फिर 2024 में हरियाणा के भ्रष्टाचार को भी दूर करेंगे। इनसे स्कूल-अस्पताल नहीं बनते, बिजली ठीक नहीं होती। आप क्यों इनका बोझ उठाकर घूम रहे हो? अब एक ईमानदार पार्टी आ गई है, इनको उखाड़कर फेंको। उन्होंने कहा कि सुना है, बीजेपी वाले खट्टर साहब को हटाकर कोई दूसरा सीएम ला रहे हैं। क्यो? खट्टर साहब भ्रष्टाचारी हैं क्या? मैं बीजेपी को चुनौती देना चाहता हूं कि हिम्मत है तो 2024 का चुनाव खट्टर साहब के साथ लड़के दिखाओ।

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज हरियाणा के कुरुक्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मेरे को सबसे अच्छा तब लगता है, जब लोग मेरे को हरियाणा के लाल बोलते हैं। हरियाणा मेरी जन्मभूमि है और जन्मभूमि मां के समान होती है। मां का कर्जा आदमी सात जन्म में भी नहीं चुका सकता है। अपनी जन्मभूमि में, कुरुक्षेत्र के धर्मभूमि में आकर आज मुझे बेहद खुशी है। अभी लोग बता रहे थे कि हरियाणा में कल तूफान आया था। यह शुभ संकेत है। कह रहे हैं कि तूफान पंजाब और दिल्ली से आया था। हरियाणा में तूफान आने वाला है और बड़ा तूफान आने वाला है। जब ऊपर वाला अपनी झाड़ू चलाता है, तो तूफान ही आता है। ऊपर वाले ने झाड़ू चलानी शुरू कर दी है। तूफान से घबराने की जरूरत नहीं है। यह बड़ा शुभ लक्षण है। सबसे पहले मैं हरियाणा के सभी किसानों को बधाई देना चाहता हूं। हरियाणा और पंजाब के किसानों ने मिलकर जिस तरह से इतनी अहंकारी सरकार को झुका दिया। एक साल तक आंदोलन किया। 36 बिरादरियों और सारे धर्म के लोगों मिलकर एक साल तक सिंघु बॉर्डर पर जमे रहे। धूप थी, बारिश थी, ठंड थी, गर्मी थी, लेकिन किसान हटे नहीं। अंत में सरकार को तीनों की कानून वापस लेने पड़े। कहते हैं कि अहंकार तो रावण का भी नहीं चला। इनको तो घमंड हो गया था कि इनके सामने किसी की नहीं चलेगी। त्रेता युग में रामचंद्र जी ने रावण का घमंड तोड़ा था, द्वापर युग में कृष्ण जी ने कंस का घमंड तोड़ा था और कलयुग में किसानों ने भाजपाइयों का घमंड तोड़ा। इसके लिए मैं सारे किसान भाइयों को बधाई देना चाहता हूं।

अमेरिका के राष्ट्रपति की धर्मपत्नी हमारे दिल्ली के सरकारी स्कूल देखने आईं, खट्टर साहब के स्कूल देखने कौन आया? जब कुछ करोगे, तभी तो कोई देखने आएगा- अरविंद केजरीवाल

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मेरे को राजनीति करनी नहीं आती। मैं सीधा साधा छोरा हूं। मेरे को काम करना आता है। मुझसे कितना भी काम करा लो। दिल्ली में हमने सरकारी स्कूल ठीक कर दिए। दिल्ली में सरकारी स्कूलों में गरीबों के बच्चे पढ़ते हैं। पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों का बहुत बुरा हाल था। जैसे हरियाणा के सरकारी स्कूलों का बुरा हाल है। हमने पिछले 7 साल में दिल्ली के सरकारी स्कूलों की इतनी शानदार कर दिए कि इस बार हमारे सरकारी स्कूलों के नतीजे 99.7 फीसद आए हैं। भारत के 70 साल के इतिहास में सरकारी स्कूलों के नतीजे ऐसे नहीं आए हैं। इस साल 4 लाख बच्चों ने प्राइवेट स्कूलों से नाम कटवा कर सरकारी स्कूलों में दाखिला लिया है। अब अमीर लोग भी सरकारी स्कूलों में अपने बच्चों को भेज रहे हैं। यह बड़ी बात है। अभी 2 साल पहले अमेरिका के राष्ट्रपति भारत आए थे। अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा और शक्तिशाली देश है। जब वो भारत आए तो उनकी धर्मपत्नी मिलेनिया ट्रंप भी उनके साथ आई थीं। उनकी धर्म पत्नी मोदी जी से बोलीं कि मैंने केजरीवाल के स्कूलों के बारे में बहुत सुना है। मैं उनका स्कूल देखना चाहती हूं। मोदी जी ने उन्हें बहुत समझाया कि केजरीवाल के स्कूल में मत जाओ। मैं बीजेपी वालों के स्कूल दिखा दूंगा, प्राइवेट वालों के स्कूल दिखा दूंगा, लेकिन वो बोलीं कि नहीं, मैं तो केजरीवाल के स्कूल ही देखूंगी। आखिर में वो हमारे स्कूल देखने आई। यह बड़ी बात है कि अमेरिका के राष्ट्रपति की धर्मपत्नी हमारे स्कूल देखने आई। हमने सरकारी स्कूलों में कुछ तो कर ही रखा होगा। मैं पूछना चाहता हूं कि हरियाणा के खट्टर साहब के स्कूल को कौन देखने आया? कोई नहीं आया? आस-पड़ोस का श्रीलंका का ही कोई देखने आ गया हो। बाहर का छोड़ो, कोई अपने देश का ही इनके स्कूल देखने आया हो। कुछ करोगे, तभी तो तुम्हारे स्कूल देखने कोई आएगा।

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज हमारे स्कूलों से निकलकर गरीबों के बच्चे बड़े-बड़े इंजीनियर बन रहे हैं। इस बार दिल्ली के सरकारी स्कूलों के करीब 400 बच्चों का बड़े-बड़े इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन हुआ है। हमारे दिल्ली के गरीबों के बच्चे अब इंजीनियर और डॉक्टर बन रहे हैं। मैं यह कहना चाहता हूं कि गरीबों के बच्चे भी बुद्धिमान होते हैं। गरीबों के बच्चे कमजोर नहीं होते हैं। यह तो मां-बाप के पास साधन नहीं होते हैं और सरकारें कुछ करती नहीं है। इसलिए गरीब का बच्चा बड़ा होकर भी गरीब रह जाता है। दिल्ली के स्कूलों में 18 लाख बच्चे पढ़ते हैं। इन 18 लाख बच्चों का भविष्य पहले अंधकार में था। ऐसे ही हरियाणा के अंदर भी लाखों बच्चों का भविष्य अंधकार में है। हरियाणा के अंदर भी स्कूलों का बुरा हाल है। हमें एक मौका दे दो, हरियाणा के सारे स्कूल बदल करके दिखा दूंगा। दिल्ली में करके आया हूं। मैं हवा में बात नहीं कर रहा हूं। हरियाणा के भी सारे स्कूल बदल दूंगा। गरीबों के बच्चों को अच्छा भविष्य मिलना चालू होगा। गरीबों के बच्चे भी डॉक्टर, इंजीनियर और वकील बनेंगे। यह जितने प्राइवेट स्कूल वाले हैं, इनमें सारे खराब नहीं है, लेकिन कई प्राइवेट स्कूल वालों ने गुंडागर्दी मचा रखी है। जब मर्जी फीस बढ़ा देते हैं। दिल्ली में हमने पिछले 7 साल से प्राइवेट स्कूल वालों को फीस नहीं बढ़ाने दी, बल्कि हमने इन सभी का ऑडिट कराया और प्राइवेट स्कूल वालों से कई लोगों के पैसे वापस कराए। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ होगा।