अडानी ग्रुप ने अपनी फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के 20,000 करोड़ रुपये के FPO को बुधवार वापस ले लिया था. इसके बाद गौतम अडानी ने खुद सामने आकर एक वीडियो जारी कर इस फैसले के पीछे का कारण अपने निवेशकों को बताया है.गौतम अडाणी ने कहा कि पूरी तरह से सब्सक्राइब किए गए FPO के बाद इसे वापस लेने के फैसले ने कई लोगों को चौंका दिया होगा।
For me, the interest of my investors is paramount & everything is secondary. Hence to insulate investors from potential losses we've withdrawn FPO. This decision will not have impact on our existing operations and future plans. We'll continue to focus on timely execution: G Adani pic.twitter.com/yXli35TOgL
— ANI (@ANI) February 2, 2023
लेकिन बाजार में आज के उतार-चढ़ाव को देखते हुए, बोर्ड ने दृढ़ता से महसूस किया कि FPO के साथ आगे बढ़ना नैतिक रूप से सही नहीं होगा।मेरे लिए मेरे निवेशकों का हित सर्वोपरि है। इसलिए निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हमने FPO वापस ले लिया है। इस निर्णय का हमारे मौजूदा परिचालनों और भविष्य की योजनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। हम समय पर क्रियान्वयन पर ध्यान देना जारी रखेंगे।गौतम अडानी ने आगे कहा की बाजार में स्थिरता आने के बाद हम अपनी पूंजी और बाजार रणनीति की समीक्षा करेंगे। हमारा ईएसजी पर खासा फोकस है और हमारा हर बिजनेस तरीके से वैल्यू क्रिएट करता रहेगा। हमारे गवर्नेंस सिद्धांतों का सबसे मजबूत सत्यापन, हमारी कई अंतर्राष्ट्रीय साझेदारियों से आता है.वही अडाणी के बयान पर तंज कसते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि अदाणी ग्रुप की ओर से एफपीओ वापस लेने के पीछे नैतिक कारणों की दलील दी गई है। जिसको लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा: अदाणी की नैतिक रूप से सही होने की बात वैसी ही है जैसे उनके मेंटर द्वारा विनम्रता और सादगी का उपदेश देना।