क्या पंजाब कांग्रेस की कमान सौंपी जाएगी नवजोत सिंह सिद्धू के हाथों में ?

कभी हां कभी ना की राजनीति पंजाब में चल रही है। कांग्रेस अध्यक्ष को कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ नवजोत सिंह सिद्धू को भी मनाना है। इसी प्रक्रिया में पूरी राजनीतिक बिसात बिछाई जा रही है। आज की मीटिंग के बाद कुछ महत्वपूर्ण घोषणा हो सकती है।

नई दिल्ली। पंजाब (Punjab) की राजनीति कांग्रेस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रही है। राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhhu) में बीते कई महीने से मनमुटाव चल रहा है। इसकी गूंज कांग्रेस (Congress) मुख्यालय सहित पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sona Gandhi) के आवास तक है। बीचबचाव के लिए पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी नेताओं से मिल रही हैं।

शुक्रवार को नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhhu) एक बार दोबारा आए। 24 अकबर रोड में पार्टी के बड़े पदाधिकारियों से मिले। पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के साथ अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मिले। इस मुलाकात को लेकर अभी तक औपचारिक रूप से कुछ भी नहीं कहा गया है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाने में मंथन हुआ है। कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत इससे पूर्व सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी से विचार विमर्श कर चुके हैं।

राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि प्रशांत किशोर ने जब गांधी परिवार के सदस्यों से बात की, तो उसमें भी पंजाब की राजनीति को लेकर बात हुई है। हरीश रावत (Harish Rawat) से कांग्रेस आलाकमान पूरी रिपोर्ट पहले ही मांग चुका है। हाल के दिनों में चर्चा जोरों पर है कि यदि कांग्रेस ने सिद्धू के मन का नहीं किया, तो वो पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी में चले जाएंगे। जिस प्रकार से ट्विटर पर सिद्धू (Navjot Singh Sidhhu) ने आप के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरेआम प्रशंसा की है, उससे तो यही संकेत मिल रहा है।

इसलिए कांग्रेस रणनीतिक सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को एक खाका बनाकर दे चुके हैं। उस पर ही सोनिया गांधी ने शुक्रवार को नवजोत सिंह सिद्धू से बात की है। आगामी पंजाब चुनावों ने कॉन्ग्रेस (Congress) के अंदरूनी लोकतंत्र में पिछले ढाई महीने से ऐसी ही हलचल मचाई है। दल का राजनीतिक माहौल यात्राएँ, मीटिंग, शिकायतों और वक्तव्यों से प्रभावित है। पहले से ही नाराज चल रहे नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhhu) ने पिछले दो महीने से अपनी नाराजगी का गियर बदल दिया तो हाईकमान ने उनकी नाराजगी को मापने के लिए तीन सदस्यीय टीम भेज दी थी।

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए पंजाब प्रभारी हरीश रावत (Harish Rawat) ने कहा कि पंजाब के विषय में कांग्रेस अध्यक्ष का फैसला मुझे जैसे ही मिलेगा तो मैं आकर आपसे(मीडिया) बात करूंगा।