विश्व पुस्तक दिवस – पुस्तक आपके सपनों की मंजिल का द्वार है

गार्सिलैडो डे ला वेगा एवं ग्रेट विलियम शेक्सपियर जैसे महान लेखकों की मृत्यु 23 अप्रैल को हुई थी, इसलिए इस दिन को एक प्रतीकात्मक तिथि माना जाता है क्यूंकि यह उनकी पुण्यतिथि के साथ मेल खाता है और इसे विश्व पुस्तक दिवस के रूप में विश्व स्तर पर मनाया जाता है।

गार्सिलैडो डे ला वेगा एवं ग्रेट विलियम शेक्सपियर जैसे महान लेखकों की मृत्यु 23 अप्रैल को हुई थी, इसलिए इस दिन को एक प्रतीकात्मक तिथि माना जाता है क्यूंकि यह उनकी पुण्यतिथि के साथ मेल खाता है और इसे विश्व पुस्तक दिवस के रूप में विश्व स्तर पर मनाया जाता है। 23 अप्रैल को विश्व पुस्तक दिवस यूनेस्को द्वारा किताबों के प्यार, प्रकाशन और कॉपीराइट जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है।

हमारे जीवन में पुस्तकों के महत्व को कम नहीं किया जा सकता है क्योंकि वे न केवल हमारे क्षितिज को व्यापक बनाने में मदद करते हैं बल्कि हमें हमारे आसपास की दुनिया से जोड़ने के द्वार के रूप में भी कार्य करते हैं। किताबें छात्र को उनके स्कूल और कॉलेज जीवन में बाहरी दुनिया का ज्ञान प्रदान करती हैं और उनके पढ़ने, लिखने और बोलने के कौशल में सुधार करती हैं और उनकी याददाश्त और बुद्धि को भी बढ़ाती हैं। किताबें छात्रों को उनकी कल्पना की दुनिया से परिचित कराती हैं और इस तरह उनके जीवन में एक बहुत ही महत्वपूर्ण और सर्वोत्कृष्ट भूमिका निभाती हैं।

किताबें छात्रों की सबसे अच्छी साथी होती हैं और वास्तविक अर्थों में उन्हें उनकी सबसे अच्छी दोस्त माना जाता है। पुस्तकें छात्रों को कल्पना की एक अनूठी दुनिया में ले जाती हैं और उनके जीवन स्तर में सुधार करती हैं और इस प्रकार उन्हें साहस और आशा के साथ कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करने में मदद करती हैं। ज्ञान और संस्कृति के प्रवेश द्वार के रूप में, पुस्तकालय समाज में एक मौलिक भूमिका निभाते हैं। वे संसाधन और सेवाएं प्रदान करते हैं, वे सीखने के अवसर पैदा करते हैं और नए विचारों और दृष्टिकोणों को आकार देने में मदद करते हैं पुस्तकालय विभिन्न विषयों और क्षेत्रों पर किताबें उपलब्ध कराने की मदद करता है। पुस्तकालय छात्रों को सीखने के साथ-साथ नोट्स बनाने एवं संबंधित विषय की पुस्तकों की मदद से एक असाइनमेंट पूरा करने के लिए बहुत स्वस्थ वातावरण प्रदान करते हैं। पुस्तकालय एक बहुत ही शांत और अनुशासित वातावरण प्रदान करता है जो छात्रों को अपनी पढ़ाई पर एक अच्छी एकाग्रता बनाए रखने में मदद करता है।

विश्व पुस्तक दिवस का उद्देश्य रूचि अनुसार आनंद के लिए पढ़ने को बढ़ावा देना होना चाहिए एवं प्रत्येक बच्चे और युवा को अपनी और अपनी रुचि की पुस्तक रखने का अवसर प्रदान करना है। विश्व पुस्तक दिवस किताबों के प्रति प्रेम और साझा पठन के माध्यम से जीवन बदलता है।

किताबों के प्यार से बदलिए अपना जीवन.. विश्व पुस्तक दिवस की शुभकामनाएं..