भारत सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार और आईटी मंत्रालय के एनईजीडी और मेटा समर्थित फिक्की एक्सरोस फेलोशिप के तहत 100 भारतीय डेवेलपर ने ओपन-सोर्स मेटावर्स प्रोजेक्ट में योगदान दिया

भारत सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार प्रो अजय सूद और एनईजीडी में एडिशनल सेक्रेटरी और डिजिटल इंडिया के प्रेजिडेंट एंड सीईओ श्री अभिषेक सिंह सहित इंडस्ट्री के अग्रणी विशेषज्ञों ने डेवेलपर्स को सम्बोधित करते हुए ओपन-सॉर्स और मेटावर्स जैसी उभरती टेक्नोलोजियों के महत्व पर प्रकाश डाला

नई दिल्ली। मेटा के सहयोग से फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) ने भारतीय डेवेलपर्स के लिए अपनी तरह की अनूठी पहल ‘एक्सआर ओपन सॉर्स’ (एक्सरोस) फेलोशिप कार्यक्रम में भाग लेने वाले डेवेलपर्स को ग्रेजुएशन डे पर सम्मानित कर कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन किया। कार्यक्रम में एक्सआर टेक्नोलॉजी पर काम करने वाले 100 डेवलपर को प्रोत्साहन दिया गया, जिसके अंतर्गत एक्सआर के क्षेत्र में कार्यरत कार्यक्रम के भागीदार अग्रणी संस्थानों और कंपनियों के प्रोजेक्टों में उनको शामिल किया गया।

इस कार्यक्रम की यात्रा की शुरुआत 10,000 डेवेलपर्स के पंजीकरण से हुई, जो दर्शाता है कि भारतीय डेवलपर एक्सआर के क्षेत्र की असीमित संभावाओं को लेकर कितने उत्सुक है, और कठोर प्रक्रिया के जरिये 24 भागीदार संस्थाओं के 38 ओपन-सोर्स प्रोजेक्टों में योगदान देने के लिए 100 डेवलपर को चुना गया। ये भागीदार संस्थाएं एक्सआर इकोसिस्टम निर्मित करने की दिशा में भारत के योगदान को आगे बढ़ाने और भारत के लिए खास समाधान बनाने के प्रति कटिबद्ध हैं। इस कार्यक्रम के जरिए चुने गए डेवेलपर्स को एक्सआर (एक्सटेंडेड रियलिटी) के क्षेत्र में अत्याधुनिक प्रोजेक्टों पर काम करने के साथ-साथ विचार साझा करने, सीखने और साझेदारी करने के लिए एक अनूठा प्लेटफार्म प्रदान किया गया।

चुने गए डेवेलपर्स में से 65 प्रतिशत से अधिक छोटे शहर और कस्बों से और करीब 20 प्रतिशत महिलाएं हैं। फेलोशिप प्राप्त डेवेलपर्स ने कई यूजर-केसेस पर काम किया, जिसमें स्पाशली-पॉवर्ड स्मार्ट वेअरेबल डिवाइसों, मनुष्य की शरीर संरचना का 3डी मानचित्र जोकि मेडिकल ईकोसिस्टम की 3डी दुनिया में मनुष्य शरीर संरचना को समझने में मदद करेगा, इमर्सिव अनुभव हेतु विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों की सहायता के लिए वीआर टूलकिट, हेरिटेज साइट टूर और सांस्कृतिक अनुभव के लिए इंडिक मेटावर्स और विभिन्न तरह की हार्डवेयर स्थितियों में इमर्सिव अनुभव के लिए उचित वेब समाधान शामिल थे।

फिक्की एक्सरोस फेलोशिप सम्मिट में बोलते हुए भारत सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार प्रो अजय सूद ने कहा, “इंडस्ट्री के विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में एक्सआर टेक्नोलोजियों में निपुणता हेतु भारतीय डेवेलपर्स को सहायता प्रदान करने के लिए लांच की गई एक्सरोस फेलोशिप की सफलता पर प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। निश्चित ही ऐसी पहल इमर्सिव टेक्नोलॉजी में हमारी क्षमता के दोहन को बढ़ाएंगी और वैश्विक टेक लीडर के तौर पर भारत की स्थिति को मजबूत करेंगी। डिजिटल रूप से सशक्त भविष्य की ओर ले जाने वाला यह विजनरी दृष्टिकोण अत्यंत महत्वपूर्ण कदम है।”

कार्यक्रम में साझेदारी के बारे में बोलते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव और भारत सरकार के राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन के अध्यक्ष और सीईओ श्री अभिषेक सिंह ने कहा, “एक्सआर प्रौद्योगिकी के विकसित ओपन-सोर्स इकोसिस्टम में विभिन्न क्षेत्रों में फिक्की एक्सरोस फेलोशिप प्रोग्राम जैसी पहल ने युवा तकनीक-प्रेमी भारतीयों को हमारे बढ़ते तकनीकी परिदृश्य में अपना योगदान देने के लिए कौशल, मार्गदर्शन और उद्योग अनुभव से सुसज्जित किया। यह मात्र एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह एक्सआर और मेटावर्स में भारतीय डेवलपर्स की वास्तविक क्षमता को उजागर करने, वैश्विक प्रमुखता तक उनकी उन्नति को बढ़ावा देने की कुंजी है। हमें इस पहल का हिस्सा बनकर खुशी हो रही है।”

फिक्की एवीजीसी-एक्सआर फोरम के अध्यक्ष श्री आशीष कुलकर्णी ने कहा, “एक्सरोस फेलोशिप कार्यक्रम के जरिए भारतीय डेवलपर्स को सशक्त बनाना परिवर्तनकारी रहा है। यह हमारी टेक्नोलॉजी कम्युनिटी के लिए एक्सआर में लीडरशिप का प्रवेश द्वार है। मेटा और सरकारी साझेदारों के साथ सहयोग ने एक जीवंत इकोसिस्टम बनाया है, जो इमर्सिव टेक्नोलॉजियों में नवाचार को बढ़ावा दे रहा है। फिक्की के लिए ऐसे कार्यक्रमों को बढ़ावा देना तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है। इन पहलों को सक्षम करने से भारत की टेक्नोलॉजी पावर को बढ़ावा मिलता है, जो हमारे देश को तकनीकी नवाचार और विकास के केंद्र के रूप में आगे बढ़ाने के फिक्की के दृष्टिकोण के अनुरूप है। फिक्की एनिमेशन, वीएफएक्स, गेमिंग, कॉमिक्स और एक्सआर का बड़े पैमाने पर समर्थन कर रहा है।

मेटा के भारत में पब्लिक पॉलिसी के डायरेक्टर और हेड श्री शिवनाथ ठुकराल ने कहा, “भारत इन उभरती टेक्नोलोजियों में सबसे आगे होगा और देश के डिजिटल परिवर्तन में भागीदार के रूप में हम अपनी पहल के प्रति युवा डेवलपर्स के उत्साह से उत्साहित हैं। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन और डेवलपर्स के एक सशक्त समूह को देखकर खुशी हो रही है, जो भारत के लिए नवाचार करने के लिए इन तकनीकों का उपयोग कर सकते हैं।”

इस कार्यक्रम में इंटरनेट 3.0 के महत्वपूर्ण घटक ओपन-सोर्स और एक्सआर पर बेहतरीन पैनल चर्चाएं हुईं, कैसे एक्सआर प्रौद्योगिकियां व्यवसायों को सक्षम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, और साथ ही भागीदारों और साथियों द्वारा मेटावर्स भी दिखाया गया। इसमें प्रतिष्ठित उद्योग जगत के नेताओं की भी भागीदारी देखी गई और उन्होंने भारत में एक्सआर के ओपन-सोर्स इकोसिस्टम की उन्नति में कार्यक्रम के योगदान की सराहना की।