काठमांडू। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की आधिकारिक चीन यात्रा के दौरान नेपाल और चीन के बीच मंगलवार को बीजिंग में कुल 9 समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। हालांकि बीआरआई प्रोजेक्ट के कार्यान्वयन समझौते को लेकर दोनों पक्ष अभी मौन हैं। प्रधानमंत्री ओली की यात्रा का मुख्य उद्देश्य ही बीआरआई से जुड़े समझौते पर हस्ताक्षर करना है लेकिन दोनों देशों ने अभी तक इसको लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है।
नेपाल के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता कृष्णा प्रसाद ढकाल के अनुसार दोनों देशों के बीच जिस एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ है वह टोखा-छहरे सुरंग के निर्माण का है। चीन की तरफ से इस सुरंग राजमार्ग को बनाने के लिए पूर्व संभाव्यता अध्ययन किया जाएगा। चीन की सीमा से काठमांडू को जोड़ने वाला यह सबसे कम दूरी का राजमार्ग होगा। इसके सुरंग की लंबाई करीब 30 किमी की होने की संभावना है। दोनों देशों के बीच नेपाल-चीन व्यापार वृद्धि पर समझौता ज्ञापन, नौ मंजिला बसंतपुर दरबार पुनर्निर्माण और भैंस मांस के निर्यात से जुड़े एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इसके अलावा नेपाल के वित्त मंत्रालय और चीन के अंतरराष्ट्रीय विकास सहयोग एजेंसी के बीच विकास योजना (2025-2029) से जुड़े एमओयू पर भी हस्ताक्षर किए गए हैं। नेपाल के सरकारी टेलीविजन चैनल और चीनी मीडिया समूह (सीएमजी) के बीच आपसी सहयोग बढ़ाने को लेकर भी एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
प्रधानमंत्री ओली ने चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग के साथ द्विपक्षीय मुलाकात के बाद एमओयू पर हस्ताक्षर किए। यह मुलाकात बीजिंग के ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल में किया गया था। प्रधानमंत्री ओली ने आज ही चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और चीनी जन कांग्रेस के स्थाई समिति के अध्यक्ष झाओ लेजी से भी मुलाकात की। प्रधानमंत्री ओली बुधवार को पेकिंग विश्वविद्यालय में आयोजित एक समारोह में बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा लेंगे।