नई दिल्ली। दिल्ली सरकार की ओर से लाख मनाही के बावजूद लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। राजधानी दिल्ली में प्रदूषण से लोगों का हाल बेहाल है। वायु गुणवत्ता सूचकांक अभी भी खतरे की सीमा से अधिक है। यहां यमुना के प्रदूषण की बात भी सामने आ रही है। बावजूद इसके सिंघु बॉर्डर इलाके में ग्रामीणों ने पराली जलाई है।
दिल्ली के सिंघु गांव में लोगों ने पराली जलाई। एक किसान ने कहा, “पराली साल में एक बार जलती है लेकिन प्रदूषण तो पूरे साल ही रहता है वो प्रदूषण कहां से आता है। कोई पराली जलाकर खुश नहीं है, पराली जलाना मजबूरी है।”
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि इन विभागों ने मिलाकर 550 टीमें गठित की हैं, ये टीमें दिन और रात में काम करेंगी। इन 550 टीम में से 304 टीमें दिन में काम करेंगी और रात में 246 टीम पेट्रोलिंग करेंगी और ओपन बर्निंग पर रोक लगाएंगी। पूरी दिल्ली के अंदर ओपन बर्निंग को रोकने के लिए 11 नवंबर से 11 दिसंबर तक एंटी ओपन बर्निंग अभियान लॉन्च कर रहे हैं। इसके लिए हमने अलग-अलग 10 विभागों को ओपन बर्निंग को रोकने की ज़िम्मेदारी दी है।
बता दें कि राजधानी दिल्ली की यमुना नदी में जहरीले झाग की परत दिखी। यमुना नदी में जहरीले झाग की मोटी परत के बीच छठ पूजा के दूसरे दिन खरना पर श्रद्धालुओं ने नदी में पूजा की।
#WATCH दिल्ली: यमुना नदी में जहरीले झाग की मोटी परत के बीच छठ पूजा के दूसरे दिन खरना पर श्रद्धालुओं ने नदी में पूजा की। pic.twitter.com/XhqtIQNIEG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 9, 2021
दिल्ली में वायु गुणवत्ता अब बहुत खराब श्रेणी में है। एक महिला ने बताया, “इतने प्रदूषण के कारण बच्चों को बहुत ज़्यादा दिक्कतें हो रही हैं। हम इंडिया गेट घूमने आए थे, लेकिन प्रदूषण के कारण इंडिया गेट दिखाई नहीं दे रहा है।”