कार्तिक पूर्णिमा के अवसर गंगा में लाखों लोगों ने लगाई डुबकी

मानव और प्रकृति के आत्मीय संबंधों को प्रकट करते लोक आस्था के महापर्व 'कार्तिक पूर्णिमा' की हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान विष्णु की कृपा और माँ गंगा के आशीर्वाद से यह पावन पर्व सम्पूर्ण सृष्टि के लिए मंगलकारी बने।

हरिद्वार। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर हरिद्वार सहित देश के कई दूसरे शहरों में लोगों ने पतित पावनी गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। वहीं, प्राचीन नगरी काशी में देव दिपावली की तैयारी है। देश ही नहीं, विदेशों से भी लोग इसे देखने के लिए वाराणसी पहुंच चुके हैं।

कानपुर के सरसैया घाट पर श्रद्धालुओं ने कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा नदी में डुबकी लगाई। कार्तिक पुर्णिमा के अवसर पर पटना में लोगों ने गंगा नदी में डुबकी लगाई। कार्तिक पुर्णिमा के अवसर पर वाराणसी में लोगों ने गंगा नदी में डुबकी लगाई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को कार्तिक पूर्णिमा और देव दिपावली के लिए अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
शास्त्रों में कहा गया है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन किए गए शुभ कार्यो से घर परिवार में सुख व समृद्धि आती है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन 33 कोटि देवी-देवता पृथ्वी पर आते हैं और यहां की गंगा, यमुना एवं नर्मदा जैसी समस्‍त पवित्र नदियों में स्‍नान करते हैं। कार्तिक का स्‍नान करने से 100 अश्‍वमेघ यज्ञ के बराबर पुण्‍य प्राप्‍त होता है। मंदिरों को सजाया जाता है और भगवान का विशेष श्रृंगार व अभिषेक होता है। इस दिन दीप दान और भगवान विष्‍णु को पूजने का विशेष महत्‍व होता है। भक्‍त सूर्योदय से पूर्व ही पवित्र जलाशयों में स्‍नान कर ब्राम्हणों को दान करते हैं।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गंगा में डुबकी लगाई और इसका वीडियो अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया।