बोकारो के सीसीएल के गोविंदपुर परियोजना फेज टू ओपन कास्ट स्थित टायर के स्क्रैप में भीषण आग लग गयी।
जिसमें सैकड़ों मीटर ऊँची धुँए का गुबार दूर-दूर तक दिखाई देता रहा। लोगों का अनुमान है कि आगजनी में लाखों रुपये का स्क्रैप जलकर खाक हो गया है। जानकारी के अनुसार स्वांग स्थित सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) स्वांग गोविंदपुर परियोजना के ओपन कास्ट परिसर में भारी वाहनों के स्क्रैप टायर के यार्ड में भीषण आग लग गई। जिसकी सूचना परियोजना प्रबंधन को दी जाती, तब तक आग बेक़ाबू होती गयी। प्रबंधन ने तो पहले अपने सुरक्षा टीम से आग बुझाने का असफ़ल प्रयास किया लेकिन टायर की आग विकराल रूप लेती गयी। प्रबंधन ने तत्पश्चात सीआईएसएफ बोकारो थर्मल से फायर बिग्रेड से आग बुझाने में मदद की बात की।
जिस पर परियोजना के सुरक्षा विभाग प्रयास करते रहे तब तक सीआईएसएफ का फ़ायर दल पहुंचा और भयानक रूप में आ चुकी आग को बुझाने का प्रयास कर रहे हैं।
सीसीएल स्वांग परियोजना के ओपन कास्ट परिसर में रखे टायर स्क्रैप में भीषण आग लगने पर पूरे गोमिया में चर्चा का बाजार गर्म है। लोगों द्वारा कयास लगाए जा रहे हैं कि ओपन कास्ट के अन्दर अचानक आग कैसे लग गई या आग लगने के पीछे कोई खरीदी का घोटाला दबाने का प्रयास तो नहीं किया गया है। चर्चा है कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब ओपन कास्ट के स्क्रैप यार्ड में भीषण आगजनी में लाखों का स्क्रैप जलकर खाक हो गया है।
इससे पूर्व में भी इसी तरह की आगजनी की घटना हो चुकी है। ओपन कास्ट कैम्पस में भीषण आग की सूचना मिलते ही स्वांग परियोजना पदाधिकारी परशुराम नायक भी मौके पर पहुंचे और यथा स्थित का जायजा लिया और प्रबंधन के लोगों से आगजनी के कारण जानने की कोशिशें जारी रखी। आज दोपहर भीषण आगजनी का नजारा कई किलोमीटर दूर तक दिखाई देता रहा।
आसमान में भी कई घंटे तक धुँए का गुबार उड़ता रहा । लोगों में चर्चा का होती रही कि सीसीएल प्रबंधन की लापरवाही से गोमिया का पर्यावरण आज पूरी तरह से प्रदूषित हो गया।
एक ओर पर्यावरण बचाने के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च करते हैं तो दूसरी ओर पर्यावरण को प्रदूषित करने में भी कोई समय नही लगता है। आज के धुएं से फैले प्रदूषण को लेकर लोग काफ़ी मायूस भी दिखायी दिए।
टायर यार्ड में भीषण आगजनी की खबर पाते ही मौके पर पहुंचे स्वांग पीओ परशुराम नायक ने खरीदी का घोटाला दबाने का प्रयास जैसी अटकलों का खारिज करते हुए बताया कि आग संभवतः बगल की सूखे पत्तों व झाड़ियों से होते हुए स्क्रैप टायर यार्ड तक पहुंच गई जो देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया। कहा कि हमारे प्रोजेक्ट में फायर बिग्रेड जैसी सुविधा नहीं है जिस कारण सीआईएसएफ बोकारो थर्मल से दमकल की व्यवस्था की मांग की गई।
उन्होंने अनुमानित क्षति के बारे में जिक्र न करते कहा कि ये सभी टायर खराब (रिजेक्ट) थे इसलिए नुकसान के बारे में नहीं कहा जा सकता है। वे टायर हमारे किसी काम के नहीं थे।
ख़बर लिखे जाने तक आग बुझाने के सभी प्रयास किए जा रहे थे, आग उफान पर थी वहीं सीसीएल (जीएम) महाप्रबंधक एमके पंजाबी मौके पर पहुंचकर जानकारी लेने में जुटे थे।