नई दिल्ली। कोरोना से राज्य सरकारें जूझ रही थीं, अब ब्लैक फंगस से भी उसे जूझना पड रहा है। राजधानी दिल्ली में ब्लैक फंगस के मामले बढते जा रहे हैं। सरकार की ओर से स्वास्थ्य निर्देश दिए जा रहे हैं। साथ ही दिल्ली सरकार ने गुरुवार को कुछ नई घोषणाएं की हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्लैक फंगस बीमारी के बढ़ते मामलों को लेकर अधिकारियों एवं विशेषज्ञों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। हमें इस बीमारी को बढ़ने से भी रोकना है और जिनको ये बीमारी हो रही है उन्हें जल्द से जल्द बेहतर इलाज देना है। इस बीमारी की रोकथाम और इलाज के लिए बैठक में कुछ अहम निर्णय लिए- 1- ब्लैक फंगस के इलाज के लिए LNJP, GTB और राजीव गांधी अस्पताल में सेंटर बनाए जाएंगे । 2- इसके इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं का पर्याप्त मात्रा में प्रबंध। 3- बीमारी से बचाव के उपायों को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाना।
ब्लैक फंगस बीमारी के बढ़ते मामलों को लेकर अधिकारियों एवं विशेषज्ञों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। हमें इस बीमारी को बढ़ने से भी रोकना है और जिनको ये बीमारी हो रही है उन्हें जल्द से जल्द बेहतर इलाज देना है। इस बीमारी की रोकथाम और इलाज के लिए बैठक में कुछ अहम निर्णय लिए-
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 20, 2021
इस मीटिंग में ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों की समीक्षा की जा रही है और इससे किस तरह से निपटा जाए, इसपर चर्चा रही है। इस मीटिंग में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत दिल्ली सरकार के कई बड़े अधिकारी मौजूद हैं। बता दें कि हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों ने हाल ही में ब्लैक फंगस को भी महामारी घोषित किया कर दिया है।
असल में, ब्लैक फंगस का शिकार होने के चलते कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस संक्रमण के साथ ब्लैक फंगस भी हो सकता है। यह ब्लैक फंगस उन लोगों में ज्यादा होने के चांस है, जिन्हें ICU में रखा गया है। यह उन लोगों में ज्यादा खतरा है जो पहले से ही डायबिटीज से पीड़ित हैं।