विवादों से रहा है पुराना नाता, कांग्रेस के इस पद से इस्तीफा देना पड़ा सैम पित्रोदा को

सैम पित्रौदा के बयान पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा, "वे भारत के अनिवासी (NRI) हैं जिससे हमें कुछ लेना-देना नहीं है। अगर उन्होंने गैर विश्वसनीय भारतीय बनकर कोई बयान दिया तो उसके लिए हमारा कुछ बोलना भी ठीक नहीं है... अब वे इस्तीफा भी दे चुके हैं। हमारा और कांग्रेस का अब उनसे कोई लेना-देना नहीं है..."

 

नई दिल्ली। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने इस्तीफा दे दिया है। लेकिन इस्तीफा देने से पहले वे एक नया विवाद पैदा कर गए, जिससे कांग्रेस पार्टी बहुत परेशान है। पित्रोदा ने एक इंटरव्यू में भारत के लोगों की उनके रंग और नाक नक्श के हिसाब से प्रोफाइलिंग की।

उन्होंने कहा कि पूर्वी भारत के लिए चाइनीज की तरह और दक्षिण भारत के लोग अफ्रीकी लोगों की तरह दिखते हैं। इस बयान को लेकर पित्रोदा की तीखी आलोचना हो रही है और कांग्रेस ने इससे अपने को अलग कर लिया है। इससे पहले उन्होंने विरासत कर लगाने की बात करके भी कांग्रेस को मुश्किल में डाला था।

बहरहाल, इस ताजा विवाद के बाद उन्होंने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया। इसकी जानकारी कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- पित्रोदा ने अपनी मर्जी से इस्तीफा दिया है, जिसे स्वीकार कर लिया गया। इससे पहले बुधवार की सुबह पित्रोदा का एक वीडियो सामने आया, जिसमें वे कह रहे हैं कि भारत के पूर्वी हिस्से के लोग चाइनीज और दक्षिण वाले अफ्रीकी दिखते हैं। उन्होंने उत्तर के लोगों को गोरा और सुंदर बताया।

पित्रोदा का यह बयान सामने आने के कुछ ही देर बाद कांग्रेस ने इससे किनारा कर लिया। कांग्रेस ने कहा कि भारत की विविधता की ये परिभाषा मंजूर नहीं है। यह गलत है। कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी और दूसरी विपक्षी पार्टियों ने भी इस बयान का विरोध किया। भाजपा ने तो इसे लेकर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया। भाजपा की ओर से हमले का मोर्चा खुद प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने संभाला और उन्होंने कहा कि वे इस बयान से बहुत गुस्से में हैं।

असल में सैम पित्रोदा ने अंग्रेजी अखबार ‘द स्टेट्समैन’ को दिए एक इंटरव्यू में विविधता पर बयान दिया। उन्होंने कहा- हम 75 साल बहुत खुशहाल माहौल में रहे हैं। लोग इधर उधर के झगड़ों को छोड़कर एक साथ रहते थे। हम भारत जैसे विविधता वाले देश को एक साथ रख सकते हैं। यहां हम सभी भाई, बहन हैं। उन्होंने आगे कहा- हम सभी अलग अलग भाषाओं, धर्मों, रीति रिवाजों और खाने का सम्मान करते हैं। यही वह भारत है, जिसमें मैं विश्वास करता हूं, जहां हर किसी के लिए एक जगह है। यहां हर कोई एक दूसरे के लिए थोड़ा बहुत समझौता करता है।

पित्रोदा का बयान सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के वारंगल में अपनी सभा में यह मुद्दा उठाया। उन्होंने इसके लिए राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा- शहजादे के फिलॉसफर ने चमड़ी के आधार पर देशवासियों का अपमान किया। गाली दी। सैम पित्रोदा ने भारत की विविधताओं की जो उपमाएं दी हैं, वह गलत और अस्वीकार्य हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इन उपमाओं से अपने आप को पूर्ण रूप से अलग करती है।