इंदौर में युवक की चाकू मारकर हत्या

नई दिल्ली। इंदौर के द्वारकापुरी इलाके में रविवार देर रात युवक की हत्या का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक सुनील(20) पुत्र राजू चौहान की आस्था पैलेस के समीप चाकू मारकर हत्या कर दी गई। उसे परिवार के लोग पहले अरिहत अस्पताल लेकर पहुंचे थे। यहां से डॉक्टरो ने एमवाय भेजा जिसमें उसे मृत घोषित कर दिया। टीआई आशीष स्प्रे की टीम इस हत्याकांड को सुलझाने में लगी है। जानकारी के मुताबिक इस हत्याकांड में आस्था पेलेस में रहने वाले हर्ष गोयल उसके दो साथी ओर एक युवती का नाम सामने आया है। जानकारी के मुताबिक सभी आपस में पार्टी कर रहे थे। जिसके बाद तत्कालीक विवाद में आरोपियों ने उसे जांघ पर चाकू मारे। इसके बाद उसने अपने भाई दिनेश को कॉल किया। जब भाई ओर उसकी बहन यहां पहुंचे तो उसे बाइक पर अस्पताल ले गए। लेकिन ज्यादा खून बहने से उसकी जान चली गई।

सुनिल चौहान पर शुभम नेपाली और महेश टोपी के बीच चल रही गैंगवार को लेकर पांच माह पहले शुभम नेपाली,उसके साथी राहुल ओर अन्य ने चाकुओं से हमला किया था। उस समय वह बर्थडे पार्टी से आ रहा था। इसके बाद पुलिस ने शुभम नेपाली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। तब से वह जेल में है।

महेश टोपी ओर शुभम नेपाली दोनो का द्वारकापुरी इलाके में गांजे का अवैध कामकाज है। उनके जेल जाने के बाद भी इलाके में उनके गुर्गे दबे छिपे नशा सप्लाय करते है। सुनील महेश टोपी से जुड़ा हुआ था। महेश ने अतुल बंसल हत्याकांड को अजांम देने वाले चेतन नाथ की बहन सपना से लव मेरिज कर उसे अपने साथ रख लिया था। सपना भी अवैध गांजा बेचने का काम करती थी। कुछ दिन पहले इसी कामकाज को लेकर दोनो गुटों में तनाव बढ़ा। जिसमें शुभम ने महेश को मारने के लिये पिस्टल भी खरीदी।

इसके बाद इलाके में गोली भी चली ओर पुलिस ने अवैध गांजे के प्रकरण बनाकर सभी को जेल भेजा। महेश टोपी जमानत के बाद बाहर आया। तो उसने पुलिस कारवाई के डर से इलाको छोड़ दिया। लेकिन उसकी पत्नी सपना से वह गांजे का काम करवाता रहा। पुलिस ने अहीरखेडी इलाके से सपना को गांजे के साथ पकड़ा ओर जेल भेज दिया। सुनिल पर हमला बदला लेने की नीयत से ही किया गया था। शुभम को शंका थी कि सपना ओर महेश के जेल जाने के बाद सुनील उनके कहने पर गांजा सप्लाय कर रहा है।

सुनील ठीक होने के बाद पिछले कुछ दिनों से इलाके में ज्यादा सक्रिय हो गया था। महेश के जेल से आने के बाद सुनिल अपने दोस्तो के साथ वर्चस्व को बढ़ा रहा था। सूत्रों के मुताबिक शुभम के गुर्गे उसे मारने के लिए ढूंढ रहे थे। कुछ दोस्तो ने उसे समझाया भी था कि वह अपना ध्यान रखे। लेकिन उसने इस बात को नजर अंदाज किया। पुलिस को भी इस पूरे मामले में भनक नही लगी। जिसके बाद सुनिल की आखिर में किसी ओर ने जान ले ली। अफसर अभी इस हत्याकांड को गैंगवार से अलग मान रहे है। लेकिन हत्यारो के पकड़ाने के बाद पूरी स्थिती स्पष्ट हो पाएगी।

सुनील चौहान हत्याकांड को अजांम देने वाले हर्ष गोयल के भाई राज ने कुछ दिन पहले आजाद नगर में गोलीकांड की घटना काे अजांम दिया था। उसने एक युवती के घर जाकर फायर कर दिया था। इस मामले में आजाद नगर पुलिस ने आरेापी को एक दिन बाद पकड़ा था। पुलिस के मुताबिक हत्याकांड से जुडा हर्ष भी अपराधी प्रवृत्ति का है। पुलिस उसकी ओर साथियों की तलाश कर रही है।