गुवाहाटी। असम में बाढ़ के कारण काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में अब तक छह गैंडों सहित 131 जंगली जानवरों की मौत हो चुकी है। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की फील्ड डायरेक्टर सोनाली घोष ने बताया कि अब तक काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में बाढ़ के पानी में डूबने से छह गैंडे,100 हॉग डियर और दो सांभर की मौत हो गई जबकि 17 हॉग डियर, एक-एक स्वैम्प डियर, रीसस मैकाक और ऊदबिलाव की देखभाल के दौरान मौत हो गई।
उद्यान प्राधिकरण और वन विभाग ने बाढ़ के दौरान 97 जंगली जानवरों को बचाने में भी कामयाबी हासिल की है। राष्ट्रीय उद्यान में बाढ़ की स्थिति में सुधार हो रहा है लेकिन 233 में से 69 वन शिविर अभी भी पानी में डूबे हुए हैं। पार्क प्राधिकरण ने कहा काजीरंगा रेंज के अंतर्गत 22 वन शिविर, बागोरी रेंज के अंतर्गत 20 शिविर, अगराटोली रेंज के अंतर्गत 14 शिविर, बुरापहाड़, बोकाखाट और नागांव वन्यजीव प्रभाग में 4-4 तथा विश्वनाथ वन्यजीव प्रभाग के अंतर्गत एक शिविर पानी में डूबे हुए हैं। पार्क प्राधिकरण ने बाढ़ के कारण काजीरंगा रेंज और बोकाखाट रेंज में दो-दो सहित चार वन शिविरों को भी खाली करा लिया है।
असम में बाढ़ की स्थिति हाल ही में और खराब हो गई है, पिछले 24 घंटों में बाढ़ के कारण आठ और लोगों की जान चली गई, जिससे बाढ़ से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 66 हो गई है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा रविवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक धुरबी और नलबाड़ी जिलों में दो-दो तथा कछार, गोलपाड़ा, धेमाजी और शिवसागर में एक-एक व्यक्ति की बाढ़ में जान चली गई एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं तथा स्थानीय प्रशासन की बचाव टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य में लगी हुई हैं।