बिहार में जहरीली शराब से अब तक 47 मौतें, 450 हिरासत में लिए गए

पटना। बिहार में सारण-सिवान जिले में अब तक जहरीली शराब पीने से 47 लोगों की मौत हो चुकी है। सिवान में 32, सारण में 13 और गोपालगंज में दो की मौत हुई है। अवैध शराब व्यापार से जुड़े 450 लोगों को हिरासत में लिया गया है।इस मामले में सारण के जिलाधिकारी अमन समीर ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि हम लोगों को जो घटनास्थल से शराब मिली थी, उसका लैब टेस्ट करवाया गया। उसमें 80 प्रतिशत मिथाइल अल्कोहल पाई गई है, जो स्वास्थ्य के लिए काफी घातक होती है। शराब के जहरीले होने का मुख्य कारण इसमें मिथाइल अल्कोहल का पाया जाना होता है।

डीएम ने कहा कि स्प्रिट कहां से आया है, इसकी जानकारी हमलोग प्राप्त कर रहे हैं। मौका-ए-वारदात से हमने एक पॉलिथीन और एक बोतल बरामद किया था। बोतल के ड्राप लेट्स को लेकर हमने एक्साइज विभाग भेजा था। उसका प्रतिवेदन हमें मिला है। जांच में पाया गया कि उसमें 80 प्रतिशत मिथाइल अल्कोहल है। एक और हानिकारक तत्व पाया गया है।

सारण एसप कुमार आशीष ने बताया कि पिछले 24 घंटे में हमने 250 छापेमारी की है। करीब साढ़े सोलह सौ लीटर शराब पूरे जिले से बरामद हुई है। इसके अलावा साढ़े तेरह हजार से ऊपर एक तरह का घोल बरामद करके विनष्ट किया गया है। साथ ही 37 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हमारा अभियान लगातार जारी है।

क्या होता है मिथाइल अल्कोहल:

रसायन मामले के जानकारों के अनुसार, शराब इथाइल अल्कोहल से बनती है। यह जहरीली नहीं होता है। इसे इथनॉल भी कहा जाता है जबकि मिथाइल बहुत ही घातक होता है। ये इथाइल जैसा होता है लेकिन गुण बिल्कुल उलटा होता है। मिथनॉल जहरीला होता है और जब शरीर में जाता है तो कोशिकाओं को मार डालता है। ये शरीर में जहां से गुजरता है, वहां की कोशिशाओं को मार देता है। इससे शरीर सुन पड़ जाता है और आंखों की रोशनी भी चली जाती है।