नई दिल्ली। अब जिंदगी दोबारा पटरी पर लौट रही है। काफी समय तक घरों में रहा। अब कला-संस्कृति के क्षेत्र में भी आयोजन होने वाले हैं। यूनेस्को की सहयोगी संस्था कई दूसरी संस्थाओं के साथ मिलकर सीऑफ वर्ल्ड फोल्कलोरिडा 2021 का आयोजन कर रही है। आयोजकों की ओर से कहा गया है कि इसमें 45 देशो के 2000 कलाकार भाग लेंगे। इसके लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सीऑफ इंडिया (यूनेस्को कि सहयोगी संस्था) व चारु कैसल फाउंडेशन (गाजियाबाद) 3 से 10 जुलाई तक रूस सरकार द्वारा आयोजित विश्व का सबसे बड़ा लोक संस्कृति कार्यक्रम आयोजित कर रही है। खास बात यह है कि भारतीय संस्कृति का प्रदर्शन रूस में होने जा रहा है। बता दें किे फोल्कलोरिडा को संस्कृति का ओलंपिक्स यानी महाकुम्भ भी कहा जाता है। इसका आयोजन हर चार वर्ष में एक बार होता है। कलाकारों और कलाप्रेमियों के लिए इसमें भाग लेना गर्व की बात होती है।
सीआॅफ इंडिया के पवन कपूर की ओर से जानकारी दी गई कि बश्कोर्तोस्तान सरकार – संस्कृति मंत्रालय रूस फेडरेशन के आमंत्रण पर देश विदेश के दल वहां पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति को इतने बड़े मंच पर ले जाना बहुत गर्व की बात हैं – और हमे आशा हैं हम संस्कृति के माध्यम से अनेक देशो के प्रतिभागियों के बीच मैं अपनी पहचान बना उन्हें अपनी संस्कृति से अवगत करवा पाएंगे।
बता दें कि 3 जुलाई को उद्घाटन सत्र होगा। इसका आयोजन उफा आइस एरीना में होगा। 4 जुलाई को एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनेगा, जिसमें 200 देशों के प्रतिभागी भाग लेंगे। 5 से 9 जुलाई लोक नृत्यो में भारतीय कलाकार द्वारा गुजरात व राजस्थान के लोकनृत्यों की प्रस्तुति दी जाएगीं 10 जुलाई को समापन समारोह होगा।
इस आयोजन के संदर्भ में कपूर वीर भान (चेयरमैन चारु कैसल फाउंडेशन ) ने बताया संस्कृति सम्पूर्ण विश्व को जोड़ती हैं व समाज की विभिन्न वर्गों को एक साथ एक सूत्र मैं बांधती हैं ,जो इस कार्यक्रम के उद्देश्य को पूरा करती हैं विश्व को कोई भी देश हो संस्कृति की बिना उसकी कोई पहचान नहीं हैं। भारतीय दल में 21 सदस्य हैं, जो 29 जून को रूस के लिए रवाना हांेगे।
उन्होंने बताया कि इस आयोजन में समेत अल्बानिया , ऑस्ट्रिया, अजरबैजान ,बेलारूस, बेनिन , बोलीविया ,बोत्सवाना, बुल्गारिया, कैमरून, चिली कोलंबिया, कोस्टारिका , क्रोएशिया, सायप्रस, एकदोर , मिश्र , एस्तोनिया, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस , हंगरी , इंडोनेशिया, इटली , कजाकिस्तान, क्रिगिस्तान, मेक्सिको , मॉन्टेंगरो ,नेपाल, नार्थ मकदूनिया, पलेस्टाइन, पनामा, पैराग्वे , पेरू , पोलैंड, रोमानिया , रूस, स्लोवाकिया, साउथ अफ्रीका , स्पेन , स्विट्जरलैंड, टोगो, अमेरिका, उज्बेकिस्तान हैं।