नई दिल्ली। शासन के लिहाज से दिल्ली भले ही टॉप पर हो, लेकिन कई मामलों में यहां के लोगों को भी इंतजार करना होता है। कई दिनों से उमस भरी गर्मी से हर दिल्लीवाला परेशान है। पूरे दिन लू जैसी हवा चलती है। घरों से बाहर निकलना और घर में रहना दोनों दूभर हो रहा है। सभी को अब यहां मानसून की फुहारों का इंतजार है। हर दिल्लीवासी के मुंह से यही सुनने को मिलता है – काश! अब जल्दी बारिश हो और दिल्ली ठंडी हो।
मगर, कुछ दिनों से यही सच्चई है कि राजधानी में मॉनसून के आगमन का लंबा इंतजार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। लोगों को अभी कुछ दिनों से उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा। कहा जा रहा है कि कुछ लोगों का इंतजार खत्म होने का नाम नही ले रहा था, उन्होंने मौसम विभाग से इसकी जानकारी लेनी चाहिए। मौसम विज्ञान विभाग की ओर से कहा गया है कि दिल्ली में मॉनसून के आगमन की घोषणा आज यानी सोमवार को की जाएगी।
लोगों को आज मौसम विभाग की सूचना का इंतजार है। हालांकि, कई लोगों का यह भी कहना है कि कई बार ऐसा हुआ है जब दिल्ली में मॉनसून के आगमन को लेकर मौसम विभाग की ओर से की गयी भविष्यवाणी गलत साबित हुई है। वैसे, मौसम विभाग की ओर से यह भी जानकारी साझा की गई है कि अगले 24 घंटों के दौरान दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं।
हम पिछडे आंकड़ों पर नजर डालते हैं, तो हमें पता चलता है कि दिल्ली में पिछले 15 साल के दौरान इस बार मॉनसून सबसे ज्यादा देरी से पहुंच रहा है। इससे पहले मॉनसून 2012 में सात जुलाई को और 2006 में नौ जुलाई को राजधानी पहुंचा था जबकि 2002 में दिल्ली में 19 जुलाई को पहली बार मॉनसूनी बारिश हुई थी। शहर में सबसे अधिक देरी से मॉनसून 1987 में 26 जुलाई को आया था।