नई दिल्ली। हरेक के पास सिर्फ चौबीस घंटे ही होते हैं। फिर यह कहना हमें काम करने का समय नहीं मिला, इतने कम समय में ऑफिस काम करें या परिवार को देखें। ऐसे में आपको सीखना और अमल में लाना चाहिए Time Management। काम को देखते ही आपको टालने की आदत है। या यूं कहते हैं कि बाद में कर लेंगे। जरा-सा नजरअंदाज किया नहीं कि पेंडिग काम की लिस्ट में नया काम जुडता चला जाता है। यह काम जी का जंजाल बने उसे पहले सचेत हो जाएं।
प्राथमिकता तय करें
एक साथ कई कामों को पूरा करने से तनाव बढ़ता है। इससे बचने का बेस्ट तरीका है मन से काम करना। इससे काम परफेक्शन के साथ जल्द समाप्त होगा।
टालने की आदत से दूरी
काम छोटा हो या बडा, उसे तुरंत करने की आदत डालें। यह न सोचें कि फलां काम चुटकी में हो जाएगा। आपकी यह सोच अपने से एक बहकावा काम को टालने का। समय आने पर वही काम पहाड सरीखा लगने लगेगा। कई बार काम को टालने के कारण उम्दा अवसरों से चूकना पडता है।
देरी से तनाव
काम तयशुदा समय में पूरा हो जाए तो इंसान को हौसला मिलता है। वहीं अनावश्यक देरी तनाव देती है। काम को बीच में न छोडें, पूरा करें। क्योंकि आधाअधूरा काम आप की हिम्मत को वैसे ही खत्म कर देता है, जैसे पानी की टंकी में कोई छेद।
प्राथमिकाता और प्लानिंग
काम को प्राथमिकता के अनुसार निबटाएं। काम की प्लानिंग करने आपको यह फायदा होगा कि आप पेंडिंग कामों से वाकिफ होंगे। साथ ही आपको कितना काम करना है और हर काम की डेडलाइन की जानकारी होगी।
सिर्फ न हो खनापूर्ति
काम के साथ उसकी क्वालिटी पर भी ध्यान दें। अन्यथा यह आदत में शुमार होती ही आप पर इनपरफेक्श्न का तमगा लग जाएगा। काम के कारण छवि पर दाग न लगे इसके लिए काम के साथ-साथ उननी कोशिशों का भी मुल्यांकन करें।
डेडलाइन है जरूरी
काम की डेडलाइन जरूर निर्धारित करें। आप काम को फटाक से पूरा करना चाहती हैं, तो जरूरी है हर काम की डेडलाइन निर्धारित करना। इसके बिना काम करना है निस्वार्थ सेवा जैसा ही है।