नई दिल्ली। भारत सरकार अफगानिस्तान के हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है। भारत सरकार की पूरी कोशिश है कि जो भी भारतीय वहां हैं, यदि वो स्वदेश आना चाहते हैं, तो उनकी सकुशल वापसी कराई जाए। साथ ही किसी के मानवीय अधिकारों का हनन नहीं हो। इस बीच भारत सरकार के गृहमंत्रालय की ओर से कहा गया है कि अफ़ग़ानिस्तान में मौजूदा सुरक्षा स्थिति के कारण सभी अफ़ग़ान नागरिकों को अब से केवल ई-वीज़ा पर भारत की यात्रा करनी चाहिए।
असल में, अफगान नागरिकों को लेकर कुछ राजनीतिक दल सियासी दांव चलने लगे हैं। सीएए के साल को भी बागे बढ़ाने की बात की जा रही है। इसलिए भारत सरकार के कई मंत्रालय और सुरक्षा एजेंंसियां लगातार चीजों को सूक्ष्मता से देख रही है।
हम दूसरे देशों की बात करें, तो अमेरिका भी अपने नागरिकों को वहां से स्वदेश वापसी की तैयारी कर रहा है। बाइडन प्रशासन अफगानिस्तान से लोगों को निकालने के अभियान को 31 अगस्त तक पूरा करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। व्हाइट हाउस, विदेश मंत्रालय और पेंटागन के अधिकारियों के अनुसार, काबुल हवाई अड्डे से लोगों को निकालने के अभियान को विस्तार देने पर अंतिम निर्णय राष्ट्रपति जो बाइडन को लेना है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा, “यह अभियान कब समाप्त होगा इस पर राष्ट्रपति बाइडन को अंतिम फैसला करना है। मैं आपको बता सकता हूं कि हमारा लक्ष्य जल्द से जल्द और प्रभावी रूप से ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकालना है।”