जरूरत और डाॅक्टर के कहने पर ही लगाएं रेमडेसिवीर इंजेक्शन: डाॅ त्रेहन

इस बार कोरोना गांव-गांव तक पहुंच गया है। संक्रमित लोगों को बेहतर इलाज देने की कोशिश करें। बाकी लोगों को संक्रमण की चेन तोड़कर बचाना है।

नई दिल्ली। पूरे देश में बीते कुछ दिनों से यदि कोई दवा लोगों के जुबान पर है तो वह है रेमडेसिवीर (Remdisiver) इंजेक्शन। इसकी किल्लत की खबर आई। इसके अधिक दाम पर बेचने और खरीदने की बात भी सामने आई। सरकार की ओर से कोशिश भी की गई कि हर जरूरतमंद तक इसकी पहुंच हो।

इसी बीच मेदांता (Medanta) अस्पताल के चेयरमैन और जाने माने डाॅक्टर नरेश त्रेहन (Dr Naresh Trehan) ने कहा कि लोगों को लग रहा है कि अगर कुछ तकलीफ है तो रेमडेसिवीर इंजेक्शन लगा लेते हैं। रेमडेसिवीर उन्हें लगनी चाहिए जिन्हें फायदा हो। जिन्हें जरूरत नहीं है उन्हें ये इंजेक्शन लगा दिया जाए तो जिनको रेमडेसिवीर (Remdisiver) की जरूरत है उनके लिए कमी हो जाएगी।

वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ हर्षवर्धन (Dr Harshwardhan) की ओर से लोगों को जरूरत पडने पर ही अस्पताल जाने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि देशवासियों से मेरा निवेदन है कि सब धैर्य बनाकर रखे। जिसे ज़रूरत है वे ही अस्पताल जाए। 98-99% मरीजों को शायद अस्पताल जाने की ज़रूरत भी नहीं पड़ती है। वे घर में ही ठीक हो सकते हैं और अधिकांश मरीज घर में भी ठीक हो रहे हैं। ज़रूरत पड़ने पर ही अस्पताल जाएं।

दूसरी ओर, कम्यूनिटी मेडिसिन विशेषज्ञ और आईसीएमआर से जुड़े जोधपुर के एनआईआईआरएनसीडी के निदेशक डॉ. अरूण शर्मा (Dr Arun Sharma) ने कहा कि प्रमाणित वैक्सीन पर सरकार का पूरा नियंत्रण होगा, खुले बाजार में इसकी बिक्री देने का उद्देश्य एक मात्र यही है कि वैक्सीन को कम समय में अधिक लोगों तक पहुंचाया जा सके। सभी राज्यों के जिलाधिकारी और कोविड नोडल अधिकारी इस बात पर नजर रखेंगे कि वैक्सीन की किसी भी तरह कालाबाजारी न हो, शिकायत होने पर ऐसे लोगों पर महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जा सकती है।