मुंबई। आज हिंदी सिनेमा के दो बङे कलाकारों का जन्मदिन है जिनमें एक हैं बिहार पटना के रहने वाले शेखर सुमन और दूसरी अनुपम खेर की पत्नी और भाजपा से सांसद किरण खेर । शेखर सुमन की अगर बात करें तो 1990 के दशक में थियेटर के सादे पर्दे पर इस कलाकार ने धूम मचाया था और कई हिट फिल्में भी दी थी।
शेखर सुमन की फिल्म नाच मयूरी उषा चंद्रन के साथ थियेटरों पर धूम मचाई थी और उसके गाने आज भी सुनने में कर्णप्रिय लगते हैं। हालांकि शेखर फिल्मों में लंबा कैरियर नहीं बना सके और फिर उन्होंने राजनीति को ज्वाईन किया और कांग्रेस के टिकट से पटना साहिब से शत्रुध्न सिन्हा के खिलाफ चुनावी मैदान में भी उतरे लेकिन राजनीति के मैदान पर भी शेखर खुद को हिट साबित नहीं कर सके। बाद में शेखर सुमन मीडिया से भी जुङे और एवीपी में हास्य शो पोल खोल लेकर आये । शेखर दिर्घायु हों यही हमारी भी कामना ।
वहीं दूसरी तरफ किरण खेर यूं तो हिंदी फिल्म अभिनेता अनुपम खेर की पत्नी हैं लेकिन हिंदी फिल्म देवदास में एश्वर्या राय की मां की भूमिका में सफल अभिनय कर फिल्मी दुनियां में खुद को स्थापित किया। देवदास का ये डायलाँग”आई थी तेरे घर भी चांद सा जैसा बेटा पैदा हो यही दुआ देने लेकिन अव तो यही दुआ निकलति है कि तेरा घर भी चांदनी जैसी रौशनी से आबाद हो ” आज भी किरण खेर की याद दिलाता है। देवदास की सफलता के बाद किरण खेर पीछे मुङकर नहीं देखी और मां के रुप में एक से एक हिट फिल्में दी। शाहरुख खान के साथ मैं हूं नां, दोस्ताना, उँ सांति उं, कभी अलविदा ना कहना, और वीर जारा में भी किरऩ ने प्रतिभा के जलवे बिखेरे । किरण की लोकप्रियता की वजह से ही भाजपा ने उन्हें अपनी पार्टी से संसद तक भेजा और अभी भी किरण बाजपा से सांसद हैं। लेकिन कहते हैं कि खुशियां लंबे समय तक ठहर नहीं पाति किरण के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ और फिलहाल किरण खेर कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। हालांकि आज उनका जन्मदिन है लेकिन उनके फैन्स उनकी लंबी उम्र के लिये दुआयें मांग रहे होंगे और इस मौके पर हम भी उनके लिये यही कह सकते हैं कि -बार बार दिन ये आये बार बार दिल ये गाये , तूं जीये हजारों साल -हैप्पी वर्थ डे टू यू ।