Board Exam, कोर्ट ने कर दिया साफ, बोर्ड परीक्षाएं ऑफलाइन ही होगी

सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए 26 अप्रैल से बोर्ड परीक्षाएं कराने का फैसला किया है।

नई दिल्ली। देश की सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाएं अब ऑफलाइन ही होगी। कोर्ट ने इस साल केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और कई अन्य बोर्ड द्वारा आयोजित की जाने वाली 10वीं और 12वीं कक्षा की ‘ऑफलाइन’ बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करने से बुधवार को इनकार कर दिया। सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए 26 अप्रैल से बोर्ड परीक्षाएं कराने का फैसला किया है।

न्यायमूर्ति ए एम खानविल्कर, न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति सी टी रविकुमार की पीठ ने कहा कि ऐसी याचिकाओं से ‘‘गलत उम्मीदें’’ बंधती हैं और हर जगह ‘‘भ्रम’’ फैलता है। पीठ ने कहा, ‘‘ इससे न केवल झूठी उम्मीदें बंधती हैं, बल्कि परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों में भी भ्रम की स्थिति उत्पन्न होती है। छात्रों और अधिकारियों को अपना अपना काम करने दें।’’

दरअसल, कोरोना का हवाला देते हुए कुछ छात्र ऑफलाइन एग्जाम का विरोध कर रहे थे। वो चाहते थे कि आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर ही रिजल्ट आए। जब सरकार और परीक्षा करवाने वाले बोर्ड्स ने उनकी नहीं सुनी, तो बाल अधिकार कार्यकर्ता सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए। साथ ही 10वीं और 12वीं की ऑफलाइन बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग की।बाल अधिकार कार्यकर्ता अनुभा श्रीवास्तव सहाय ने बोर्ड परीक्षा 2022 को रद्द करने के लिए याचिका दायर की थी। वो चाहते थे सुप्रीम कोर्ट स्टेट बोर्ड्स, सीबीएसई, सीआईएससीई, एनआईओएस को परीक्षा रद्द करने का आदेश दे। पिछले साल कोरोना महामारी की वजह से बच्चों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर ही पास कर दिया गया था।