हरिद्वार। देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत की अस्थियां पतित पावनी गंगा में प्रवाहित कर दी गईं। शहीद सीडीएस जनरल विपिन रावत और मधुलिका रावत की दोनों बेटियां कृतिका और तारिणी आज हरिद्वार पहुंची। कृतिका और तारिणी ने हरिद्वार पहुंचने से पहले दिल्ली छावनी के बरार स्क्वायर श्मशान घाट से अपने माता-पिता की अस्थियां एकत्र किया। दोनों बेटियां कृतिका और तारिणी आज हरिद्वार पहुंची। इस दौरान उन्होंने वीआईपी घाट पर नम आंखों से अपने माता-पिता की अस्थियां गंगा नदी में विसर्जित कीं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने CDS जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत की बेटी कृतिका और तारिणी से हरिद्वार के वीआईपी घाट पर मुलाकात की।उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत एवं उनकी धर्मपत्नी की अस्थियां हरिद्वार के वीआईपी घाट पर पूरे विधि-विधान और सैन्य सम्मान के साथ गंगा में प्रवाहित करने का संस्कार संपन्न हुआ। समूचा उत्तराखण्ड जनरल रावत के परिजनों के साथ हमेशा खड़ा रहेगा।
उत्तर प्रदेश की एक सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जनरल बिपिन रावत जितने जांबाज थे, सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जितनी मेहनत कर रहे थे, देश उसका साक्षी रहा है। बिपिन रावतआने वाले दिनों में अपने भारत को नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ते हुए देखेंगे। भारत दुख में है लेकिन दर्द सहते हुए भी हम ना अपनी गति रोकते हैं और ना प्रगति।