नई दिल्ली। असम विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी हरेक कदम फूंक फूंक कर रख रही है। पांच राज्यों के हो रहे विधानसभा चुनाव में यही एक प्रदेश है, जहां भाजपा सत्ता में है। ऐसे में पार्टी के लिए अपने इस गढ को बचाने की चुनौती है। अन्य राज्यों में तो उसे केवल हासिल ही करना है, असम ही है, जहां उसे खोने का डर है।
मुख्यमंत्री सर्वांदन सोनोवाल माजुली सीट से चुनाव लड़ेंगे। भाजपा ने 70 सीट पर अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की है। बीजेपी को अभी 22 सीट पर उम्मीदवार और खड़े करने हैं। इस चुनाव में बीजेपी 92 सीट पर चुनाव लड़ रही है। राज्य में इस बार मुख्य मुकाबला भाजपा गठबंधन और कांग्रेस गठबंधन के बीच है। भाजपा की सहयोगी असम गण परिषद 26 सीट पर चुनाव लड़ेगी। भाजपा का कहना है कि इस चुनाव में वह मौजूदा 11 विधायकों को टिकट नहीं दे रही है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि हेमंत बिस्व सरमा जलुकबाड़ी सीट से चुनाव लड़ेंगे। ये दोनों नेता इन सीटों से पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं। भाजपा नेता ने कहा, ‘हम आज 70 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर रहे हैं। हम 26 सीटें असम गण परिषद और 8 सीटें यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) को दे रहे हैं।’
केन्द्रीय चुनाव समिति ने होने वाले आगामी असम विधानसभा चुनाव के लिए निम्नलिखित नामों पर अपनी स्वीकृति प्रदान की है। #AssamElections pic.twitter.com/bxd6mnGxEV
— BJP (@BJP4India) March 5, 2021
गुरुवार को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इन्हें अंतिम रूप दिया गया था। भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से पहले गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, मंत्री हिमंता बिस्वा सरमा सहित पश्चिम बंगाल के पार्टी नेताओं के साथ लंबी बैठक की। असम विधानसभा की 126 सीटों के लिए चुनाव हो रहा है। पिछले चुनाव में भाजपा व उसके सहयोगी दलों ने 86 सीटों पर जीत हासिल की थी। राज्य में तीन चरणों में मतदान होगा। इसकी शुरुआत 27 मार्च से हो रही है।
दरअसल, साल 2016 के चुनाव में भाजपा ने 84 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसमें से उसे 60 सीटों पर जीत मिली थी। भाजपा को उम्मीद है उसके सहयोगी दल इस बार भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। राज्य में इस बार तीन चरणों 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को चुनाव होंगे जबकि नतीजे 2 मई को घोषित होंगे।