शिवाजी कॉलेज में धूमधाम से मनाई गई छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती

 

नई दिल्ली।शिवाजी कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय ने भव्य आयोजन के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मनाई। इस विशेष अवसर पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती विजया किशोर राहतकर मुख्य अतिथि रहीं, जबकि शिवाजी कॉलेज गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष प्रो. बी.डब्ल्यू. पांडे विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे।

कार्यक्रम के मुख्य आकर्षणों में कॉलेज के अत्याधुनिक सभागारों के औपचारिक नामकरण शामिल थे, जिनमें चाणक्य सभागार, पेशवा बाजीराव सभागार, छत्रपति संभाजी सभागार, तानाजी मालुसरे सभागार और समर्थ गुरु रामदास सभागार प्रमुख रहे। इसके अलावा, दिल्ली विश्वविद्यालय और अन्य कॉलेजों के छात्रों द्वारा बनाई गई छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित भव्य चित्र प्रदर्शनी भी आयोजित की गई।

शिवाजी कॉलेज की सांस्कृतिक समिति द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, जबकि महिला विकास प्रकोष्ठ ने समाज में उत्कृष्ट योगदान देने वाली पांच महिलाओं को वार्षिक जीजाबाई अचीवर्स पुरस्कार से सम्मानित किया। पुरस्कार प्राप्त करने वालों में शामिल थीं:

श्रीमती विजया के. राहतकर (राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष)
डॉ. यामिनी गौतम (संस्कृत और हिंदी की प्रसिद्ध विदुषी)
सुश्री निधि गोयल (विकलांगता और महिला अधिकार कार्यकर्ता)
सुश्री सायरी चहल (महिला सशक्तिकरण वेबसाइट शीरोज़ की संस्थापक)
डॉ. तारा देवी सेन ठाकुर (प्रसिद्ध नृवंशविज्ञानी और पर्यावरणविद्)
इस वर्ष प्राचार्य प्रो. वीरेंद्र भारद्वाज के नेतृत्व में दो नए पुरस्कारों की शुरुआत की गई:

जीजाबाई कर्मचारी मान्यता पुरस्कार – रचनात्मक और सकारात्मक कार्य वातावरण में योगदान देने वाले कर्मचारियों के लिए।
श्री चंद्र सिंह मीना को यह सम्मान प्रदान किया गया।
जीजाबाई यंग अचीवर्स पुरस्कार – छात्राओं की उपलब्धियों को सम्मानित करने के लिए।
हिंदी (ऑनर्स) की छात्रा सुश्री कौशिकी कुमारी को यह पुरस्कार दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान “मदरहुड अनबाउंड” पुस्तक का भी विमोचन किया गया, जिसमें कॉलेज के छात्रों, शिक्षकों और पूर्व छात्रों के लेख शामिल थे। साथ ही, छत्रपति शिवाजी महाराज भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया।

यह शिवाजी जयंती समारोह पूरे शिवाजी कॉलेज परिवार के सामूहिक प्रयास का प्रतीक था, जिसने महान व्यक्तित्वों के मूल्यों और सिद्धांतों को आत्मसात करने का संकल्प लिया।