लखनऊ । प्रयागराज में कुख्यात माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की शनिवार रात गोली मारकर की गई हत्या के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने रविवार को सभी जिलों में निषेधाज्ञा (सीआरपीसी की धारा 144) लागू कर दी। राज्य के संवेदनशील शहरों पर पुलिस की कड़ी नजर है। विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रहने की अपील की है।
मुख्यमंत्री योगी ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन के निर्देश दिए हैं। आज सुबह प्रयागराज में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया है। मऊ, मथुरा, कानपुर, अयोध्या, बांदा और लखनऊ में पुलिस ने रात को कई बार फ्लैग मार्च किया। मुख्यमंत्री योगी ने आज अपने सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। वह लगातार प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर नजर रख रहे हैं। मुख्यमंत्री आवास पर किसी के आने-जाने पर भी रोक लगा दी गई है। साथ ही उनके आवास की सुरक्षा बढ़ाई गई है।
सनद रहे झांसी में एक मुठभेड़ में अतीक अहमद का बेटा असद मारा जा चुका है। कल ही उसे प्रयागराज में दफनाया गया था। माफिया से नेता बना अतीक और उसका भाई अशरफ शनिवार रात प्रयागराज में मेडिकल जांच के लिए ले जाते समय मारे गए। अतीक 2005 के बसपा विधायक राजूपाल हत्याकांड और इस साल फरवरी में हुए उमेशपाल हत्याकांड में भी आरोपित था।
विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार का कहना है कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अतीक-अशरफ हत्याकांड के तीनों आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। तीनों से प्रयागराज में पूछताछ की जा रही है। इस बीच आरोपित लवलेश तिवारी के पिता ने कहा है कि उनके पुत्र से कोई संबंध नहीं हैं। वह नशेड़ी प्रवृत्ति का है। एक बार जेल भी जा चुका है। वह घर कभी कभार ही आता था। सनद रहे आरोपित लवलेश बांदा का रहने वाला है।