नई दिल्ली। जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने को है, वहां भारतीय जनता पार्टी जी जान से जुटी हुई है। किसान आंदोलन भले ही लोगों के मन में कुछ सवाल जगाने में सफल हुई हो, लेकिन भाजपा रणनीतिकार चुनावी राज्यों पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। इसको लेकर स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी के रणीतिकारों और संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों को राजधानी दिल्ली में जीत का नया मंत्र दिया है।
बैठक में देश की वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर एक राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित हुआ जिसमें कृषि क्षेत्र में किए गए सुधारों और कोविड-19 के प्रबंधन में प्रभावी नेतृत्व देने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया गया। इस बैठक में भाजपा के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेशों के अध्यक्ष, राज्यों के प्रभारी व सह-प्रभारी तथा राज्यों के संगठन मंत्री भी शामिल हुए।
अब यह माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री के संदेश के बाद पार्टी संगठन के पदाधिकारी ब्लाॅक और गांव स्तर पर कार्यकर्ताओं में नया जोश लाएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भाजपा का लक्ष्य केवल सत्ता हासिल करना नहीं बल्कि उसकी प्राथमिकता देश के लिए बड़ा काम करना और देश को बड़ा बनाना है। उन्होंने कहा कि इसे ही ध्यान में रखते हुए भाजपा को अपने संगठन का विस्तार करना चाहिए।
राजधानी स्थित एनडीएमसी कंवेशन सेंटर में भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने ये बातें कहीं। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, ”भाजपा का जो मिशन है, भाजपा का जो संगठन है, यह केवल सत्ता प्राप्त करने के लिए नहीं है। बल्कि उसके लिए प्राथमिकता देश के लिए बड़ा कार्य करना है और देश को बड़ा बनाना है। मोदी ने कहा कि भाजपा संगठन को भी उसी हिसाब से अपनी गुणवत्ता में विकास करना चाहिए। ”सबका साथ, सबका विकास को भाजपा का मूलमंत्र बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मूलमंत्र को लेकर ही भाजपा देश में सकारात्मक कार्य कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि वे ‘देश पहले के आदर्श वाक्य के साथ पार्टी को मजबूत करें, उसका विस्तार करें। भाजपा महासचिव ने बताया कि प्रधानमंत्री के भाषण से सभी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार हुआ।