नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने गोवा दौरे के दौरान दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार की कार्यशैली और उससे जनता को काफी लाभ हुआ। वहीं, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने मुख्यमंत्री केजरीवाल के कथनी और करनी में अंतर बताया।
गोवा में जनता को संबोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरिवंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में करके दिखाया, अब गोवा के अंदर भी हर गांव के अंदर एक-एक स्कूल खुलवाएंगे। दिल्ली में हमने मोहल्ला क्लीनिक खोला है, गोवा के अंदर भी हर गांव के अंदर एक क्लीनिक खोलेंगे। गोवा के अंदर हमारी सरकार बनेगी तो हम बिजली फ्री देंगे। हम रोज़गार देंगे, रोज़गार देने में समय लगेगा लेकिन जब तक रोज़गार नहीं देते तब तक बेरोज़गारी भत्ता देंगे, हर महीने 3000 रुपये देंगे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पणजी में खनन उद्योग स्थल का दौरा किया। उन्होंने बताया, “10 सालों से यहां खदान बंद पड़ी हैं, इस कारण इस पर जो 60,000 परिवार निर्भर थे वो बेरोजगार हैं। वो छोटे-मोटे काम कर अपने घर का खर्चा चला रहे हैं।” सरकार बनने के बाद हम खदान शुरू करवाएंगे और जब तक खदान शुरू नहीं होती हैं, तब तक हम हर परिवार को 5-5 हज़ार रुपए देंगे।
Visited Pale Village in Goa to meet mining workers. In 6 months of AAP being in power, mining industry will be resumed in Goa. Monthly allowances will be given till then and priority in employment in mining industry will be given to those who suffered from job losses. pic.twitter.com/okYAZUDSHy
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 8, 2021
वहीं, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली में पिछले 7 वर्षों से भावुक घोषणाऐं करके केवल दिल्लीवालां को गुमराह किया है और अब आगामी विधानसभा चुनावों के लिए गोवा के लोगों से प्रत्येक गांव में स्कूल खोलने का वायदा कर रहे है जबकि सत्ता में आने से पूर्व उन्होंने दिल्ली में 500 नए स्कूल बनाने का वायदा किया था, लेकिन 3 मुख्यमंत्रीत्व काल में एक भी नया स्कूल नही बनाया। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाल दिल्ली विश्वविद्यालय के 12 कॉलेजों को अरविन्द सरकार ने पत्र लिखा है कि कॉलेज छात्रों से फीस वसूले और कॉलेज चलाने के लिए स्वयं धन जुटाएं। उनकी इस कार्यवाही से दलित छात्रों सहित कमजोर वर्ग के छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रहना पड़ेगा। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द ने उत्तराखंड और गोवा में बेरोजगार युवाओं को 5000 और 3000 रुपये बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा की है जबकि दिल्ली के युवाओं के लिए लाखों बेरोजगार इस दिशा में कुछ नही किया है, जबकि दिल्ली में बेरोजगारी 41 प्रतिशत है।