नई दिल्ली। महंगाई लगातार बढती जा रही है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों ने लोगों के जेब पर अतिरिक्त बोझ डाला है। इसको लेकर विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से लगातार प्रेशर बनाया जा रहा है कि केंद्र सरकार इस पर लगाम लगाए। अब कांग्रेस की ओर से निर्णय लिया गया है कि पार्टी महंगाई के विरोध में 11 जून को देशभर के पेट्रोल पंपों के सामने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी।
बता दें कि कुछ दिन पहले भी कांग्रेस के कई जिला ईकाई ने अपने अपने क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन किया था। मुंबई में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ था। कुछ रैलियां भी निकलीं। बावजूद इसके पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ती जा रही हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि केंद्र सरकार तेल कंपनियों को मनमानी करने की छूट दे रही है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में यह उचित नहीं है। सरकार को जनता के हितों का ख्याल रखना होगा और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को रोकना होगा।
बुधवार को पेट्रोल-डीजल के दाम में 25-25 पैसे की बढ़ोतरी हुई। चार मई के बाद महज 22 दिनों में ही पेट्रोल 5.24 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया। इससे पहले डीजल तो 20 दिनों में ही 5.17 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है। 26 फरवरी को पांच राज्यों में चुनाव की अधिसूचना जारी हुई थी। इसके बाद सरकारी तेल कंपनियों ने अंतिम बार 27 फरवरी 2021 को डीजल के दाम में 17 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। इसके बाद दो महीने से भी ज्यादा दिनों तक इसके दाम में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई।
दिल्ली के बाजार में पेट्रोल 95.56 रुपये प्रति लीटर, जबकि डीजल 86.47 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। राजस्थान के श्रीगंगानगर और मध्य प्रदेश के अनूपपुर में पेट्रोल 106 रुपये के पार चला गया है। वहीं, श्रीगंगानगर में डीजल 100 रुपये लीटर से केवल 50 पैसे दूर है।