नई दिल्ली। कोरोना का दौर मानो राजधानी दिल्ली में खत्म सा हो गया है। कोरेना के दैनिक मामले बेहद कम हैं। इससे होने वाली मौतें फिलहाल रूक गई है। तभी तो दिल्ली सरकार की ओर से शादी-ब्याह जैसे सार्वजनिक आयोजन में छूट दी गई है। जिनके घर और रिश्तेदार में शादी है, उनके चेहरे खिल गए हैं, क्योंकि लोगों की पूर्व निर्धारित संख्या बढ़ा दी गई है।
दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने लोगों को कोरोना में लगी पाबंदियों में छूट देते हुए उनकी मुश्किलों को आसान कर दिया है। डीडीएमए ने बड़ा फैसला लेते हुए अब शादी समारोह, अंतिम संस्कार और अंतिम संस्कार से संबंधित कार्यक्रमों के लिए 1 नवंबर से अधिकतम 200 लोगों के शामिल होने की अनुमति दे दी है। इसी के साथ 1 नवंबर से सिनेमा हॉल, थियेटर्स और मल्टीप्लेक्स में अब 100 प्रतिषत दर्शक क्षमता के साथ खोले जा सकते हैं। इसके अलावे दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने दिल्ली में छठ पूजा को लेकर भी निर्देश जारी किए हैं। डीडीएमए ने त्योहारी सीजन को देखते हुए छठ पूजा के आयोजन को भी अनुमति दे दी है। हालांकि, छठ पूजा का आयोजन यमुना नदी के तट को छोड़कर दिल्ली में निर्धारित स्थलों पर ही किया जा सकेगा। यमुना नदी में किसी भी तरह का आयोजन और पूजन सामग्री को प्रवाहित करने की अनुमति नहीं है।
रेस्टोरेंट, बार, ऑडिटोरियम और असेम्बली हॉल अभी भी 50 फीसदी की क्षमता के साथ ही संचालित किए जा सकेंगे। लेकिन शादी समारोह और अंतिम संस्कार से जुड़े कार्यक्रम में 200 लोगों तक की अनुमति दे दी गई है। गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद सबकुछ बंद कर दिया गया था। बाद में संक्रमण में कमी के साथ-साथ वापस एक-एक करके लगाई गई पाबंदियों को हटाया गया।