नई दिल्ली। अयोध्या का प्रसिद्ध रामलला मंदिर श्रद्धालुओं के लिए साल 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा। श्रद्धालु यहां आकर अपने आराध्य का दर्शन कर सकेंगे। राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने इसकी आधारिक घोषणा कर दी है।
राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर में दर्शन के लिए 2023 तक श्रद्धालुओं के दर्शन शुरू कर देंगे। 2025 ख़त्म होते-होते संपूर्ण 70 एकड़ परिसर परिपूर्ण ढंग से विकसित हो जाएगा।
बता दें कि हाल के दिनों में राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के जमीन को लेकर खूब सियासी घमासान भी हुआ था। इसमें भी आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने चंपत राय सहित कई दूसरे लोगों के संलिप्तता की बात कही थी।
असल में, खास बात यह भी है कि यह मंदिर देश विदेश में रह रहे करोड़ों हिंदुओं के आस्था का केंद्र है। इस रामजन्मभूमि को हासिल करने के लिए सदियों तक संघष हुआ है। दशकों तक मामला कोर्ट में रहा है। उसके बाद हिंदू समाज ने इस अपने अधिकार क्षेत्र में है। इसका शिलान्यास बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। उसके बाद भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर निर्माण किया जा रहा है।
इसका राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं। एक तबका ऐसा है जो कह रहा है अगले साल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव होना है। इसलिए विश्वहिन्दू परिषद के पदाधिकारी अभी से एक बार फिर राम मंदिर का राग अलापना शुरू करेंगे। ऐसे में यदि साल 2023 का समय तय किया है, तो कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए। इसके एक साल बाद ही लोकसभा चुनाव भी होगा।