नई दिल्ली। साल 1984 का भोपाल गैस त्रासदी। उसका असर आज तक है। हर चुनावी साल में और इसकी बरसी के दिन इस पर खूब बयानबाजी होती है। कांग्रेस सरकार को इसको लेकर घेरा जाता है। खासकर गांधी परिवार पर राजनीतिक दल इसके बहाने आरोप लगाते हैं। अब जो लोग उस भोपाल त्रासदी के बारे में अधिक नहीं जानते हैं, उनके लिए कुछ समय बाद एक और मौका है इसे समझने के लिए।
असल में, फिल्मकार रिची मेहता की ओर से घोषणा की गई है कि 1984 की भोपाल गैस त्रासदी पर वह सीरिज बनाने जा रहे हैं। खास बात यह है कि इसके लेखक और निर्देशक दोनों वही होंगे। जानकारी साझा की गई है कि निर्माता रॉनी स्क्रूवाला की निर्माण कम्पनी ‘आरएसवीपी’ और रमेश कृष्णमूर्ति की ‘ग्लोबल वन स्टूडियो’ के बैनर तले इसका निर्माण किया जाएगा। लेखक डोमिनिक लैपिएरे और जेवियर मोरो की 1997 में आई किताब ‘फाइव पास्ट मिडनाइट इन भोपालः द एपिक स्टोरी ऑफ द वर्ल्ड्स डेडलिएस्ट इंडिस्ट्रीयल डिजाज़स्टर’ पर आधारित होगी। कहा जा रहा है कि उनका मकसद लोगों को उस त्रासदी के बारे में ‘‘निष्पक्ष’’ रूप से अवगत कराना है, जिसे शायद लोग भूल गए हैं।
गुरुवार को रिची मेहता की ओर से एक बयान जारी किया गया है। उस बयान में कहा गया है कि त्रासदी के 1980 के दशक में होने के कारण युवाओं को इसके बारे में अधिक नहीं पता। कई लोगों को इसके बारे में कुछ नहीं पता और कुछ ने भारत तथा विदेश में इसके बारे में अटकलें सुनी है। इसलिए मुझे लगता है कि इसे निष्पक्ष रूप से और इस पर अच्छी तरह जानकारी हासिल कर पेश करना जरूरी है, जैसा कि किताब में लेखक ने किया है।
बता दें कि रिची मेहता ने नेटफ्लिक्स की अपनी सीरिज ‘दिल्ली क्राइम’ के लिए काफी लोकप्रियता हासिल की है। पिछले साल, 48वें अंतरराष्ट्रीय एमी पुरस्कार में उन्हें सर्वश्रेष्ठ ड्रामा सीरिज का पुरस्कार भी मिला था। रिची के भाई शॉन मेहता इस सीरिज के सह-लेखक होंगे। सीरिज में छह से आठ धारावाहिक होने की संभावना है। इसकी शूटिंग 2022 की शुरुआत में शुरू की जाएगी।