डाॅक्टर ने दी सलाह, सोशल मीडिया की हर बात को सच नहीं मानें

आईसीएमआर के रिसर्च में यह बात सामने आया है कि हमारी वैक्सीन डबल म्यूटेंट को रोकने के लिए कारगर है। कोवैक्सीन और कोविशील्ड इसे रोकने के लिए सक्षम है। स्पूतनिक को लेकर अभी कोई रिपोर्ट हमारे पास अभी तक नहीं है।

नई दिल्ली। आज हम और आप सोशल मीडिया (Social Media) पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं। वहां की बातें जल्दी दिमाग में घर करती हैं। लोगों के लाइक्स और कमेंटस हमें हौसला देती है। लेकिन, कोरोना काल में डाॅक्टरों की सलाह है कि सोशल मीडिया और गूगल की बातों को पूरी तरह से आप सच नहीं मानें। यदि तबियत खराब है, तो डाॅक्टर से संपर्क करें और उनकी बातों पर ही चलें।

आईसीएमआर के डाॅक्टर समिरन पांडा (Dr Samiran Panda) का कहना है कि आईसीएमआर के रिसर्च में यह बात सामने आया है कि हमारी वैक्सीन (Vaccine) डबल म्यूटेंट को रोकने के लिए कारगर है। कोवैक्सीन और कोविशील्ड इसे रोकने के लिए सक्षम है। स्पूतनिक को लेकर अभी कोई रिपोर्ट हमारे पास अभी तक नहीं है। मेरा सभी से आग्रह है कि आप वैक्सीन लगाएं। ये आपको कोविड से लडने में मदद करेगा। मेरी व्यक्तिगत सलाह है कि सोशल मीडिया के हर बातों को सच नहीं माने। जो एक्सपर्ट हैं, उनकी बातों पर आप भरोसा करें।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि गूगल और व्हाटसअप यूनिवर्सिटी से लोग बचें। बिना डाॅक्टर की सलाह के न तो कोई दवा बंद करें और न ही कोई दवा शुरू करें। अभी कई मामले सामने आए हैं, जिनमें लोग खुद गूगल पर सर्च करने के बाद निर्णय लेते हैं कि उन्हें स्टराॅयड लेना चाहिए। न तो उन्हें मात्रा का ज्ञान होता है और न उसके डोज का। कई बार स्टराॅयड लेने के बाद इम्युनिटी कमजोर होता है। उसके बाद कई तरह के इंफैक्शन हो सकते हैं। कोविड19 होने के बाद लोग जैसे ही निगेटिव होते हैं, वो डाॅक्टरी सलाह की अनदेखी करते हैं। उसके कारण भी ब्लैक फंगस की समस्या आती है।

डाॅ समिरन पांडा (Dr Samiran Panda) ने यह भी कहा कि यदि लोगों ने कोरोना उपयुक्त व्यवहार (CAB) का पालन किया। डाॅक्टरों की सलाह पर चलें, तो ये जरूरी नहीं कि तीसरी लहर आएगी ही। हम और आप मिलकर तीसरी लहर को रोक सकते हैं। कोरोना को हरा सकते हैं। इसके लिए सबको एक साथ मिलकर काम करना होगा। जो आपकेा एक्सपर्ट बताएं वैसा ही कोरोना काल में आप व्यवहार करें। कोई भी महामारी स्थायी नहीं होती है। बीमारी आती है, तो उसका इलाज भी होता है।