नई दिल्ली। बीते 5 दिन में जिस प्रकार से कोरोना ने कोहराम मचाया है, उसके बाद स्वास्थ्य सेवा के लोग बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। पूरे देश से आॅक्सीजन की कमी आदि की खबरें आ रही है। लोगों को जरूरत मिलने पर अस्पताल में बेड तक नहीं मिल पा रहा है। केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के मंत्री किरन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने भी कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि की है।
After getting repeated test for Covid-19, today my report has come out positive. I'm taking the advice of the Doctors. I request all those who have come in my contact recently to be observant, exercise self-quarantine and get themselves tested. I'm physically fit and fine.
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) April 17, 2021
दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के सीनियर डाॅक्टर श्याम अग्रवाल (Dr Shyam Agrawal) ने कहा है कि 4-5 दिन पहले कोरोना के मामले लगभग 1 लाख आ रहे थे और 5 दिनों में मामले दोगुने हो गए हैं। पहले 300-400 मृत्यु हो रही थी और अब लगभग 1400 मरीजों की मृत्यु हो रही है। वीकेंड लॉकडाउन (Weekend Lockdown) से संक्रमण की चेन नहीं टूटेगी। लंबे लॉकडाउन की ज़रूरत है।
स्थित एम्स (AIIMS) के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया (Dr Randeep Guleria) ने कहा कि देश में कई कारणों से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन इनमें दो प्रमुख कारक हैं। गुलेरिया न कहा, ”जनवरी/फरवरी में जब टीकाकरण शुरू हुआ और मामलों में कमी आई तो लोगों ने COVID के प्रोटोकॉल का पालन करना बंद कर दिया। आज के समय में यह डबल म्यूटेंट वायरस तेजी से फैल गया।हम हेल्थकेयर सिस्टम पर भी इसका व्यापक असर देख रहे हैं। हमें मामलों की बढ़ती संख्या के लिए अपने अस्पताल के बेड/संसाधनों को बढ़ाना होगा। हमें तत्काल COVID-19 मामलों की संख्या को नीचे लाना होगा।’
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने कहा कि हमारे कुछ मुख्यमंत्रियों ने मुझे बताया कि उनके पास कुछ दिनों के लिए ही वैक्सीन है। ऑक्सीजन और वेंटिलेटर नहीं है लेकिन सरकार इस पर चुप है। दूसरी तरफ भाजपा के कुछ राज्यों को उपकरणों के मामले में वरीयता दी जा रही है।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Wadra) ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना (COVID19 in UP) से स्थिति बहुत बिगड़ रही है। हर तरफ से खबरें आ रही हैं कि बेड, ऑक्सीजन और दवाईयों की कमी है। प्रदेश सरकार का धर्म है कि वह समस्या बढ़ाने और आंकड़ों को छुपाने की बजाय समस्या को सुलझाने की कोशिश करे और सच्चाई सामने लाए। 22 करोड़ लोगों में सिर्फ 85 लाख लोगों को वैक्सीन लगी है। गरीब लोगों को वित्तीय सहायता मिलनी चाहिए। छोटे व्यापारियों और दुकानदारों, जिनका व्यवसाय फिर से बंद होने जा रहा है, उनके लिए खास तौर से कोई पैकेज ढूंढ़ा जाए।
उप्र सरकार से मेरा आह्वान है कि ये आक्रामक होने के बजाय संवेदनशील होने का वक्त है।
यूपी से बेड न मिलने, टेस्ट न होने व रिपोर्ट देर से आने, ऑक्सीजन की कमी जैसी दुखद खबरें सामने आ रही हैं।
कृपया अपनी नीति व्यवस्थित और स्पष्ट करिए। स्थिति को क़ाबू में लाइए इससे पहले कि देर हो जाए pic.twitter.com/U5POVioonz
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 17, 2021
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल (Navneet Sehgal) ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की सप्लाई नियमित है। DRDO ने प्रस्ताव दिया है जिसमें वे 15 दिनों में 10 नए प्लांट बनाएंगे जिसमें हवा से ऑक्सीजन बनाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि एक सप्ताह के अंदर ये सारे प्लांट शुरू कर दिए जाएं। प्रदेश में रेमडेसिवीर की उपलब्धता के लिए विशेष कंट्रोल रूम बनाया गया है। यह गलत जानकारी दी जा रही है कि निजी लैब टेस्ट नहीं कर रहे हैं। आज निजी लैब द्वारा 19 हजार टेस्ट किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग अपने सैंपल भेजकर निजी लैब में टेस्ट करा सकते हैं।
भारत में कोविड-19 (COVID19) के मामले सात अगस्त को 20 लाख की संख्या पार कर गए थे। इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के पार चले गए थे। वैश्विक महामारी के मामले 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे।