नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज में “डॉ. विजय नाथ स्मृति व्याख्यान 2024“ आयोजित किया गया, जिसमें प्रोफेसर आर. महालक्ष्मी (जेएनयू) ने “स्त्रियां और पितृसत्तात्मक मानदंडः प्रारंभिक पुराणों में मिथक“ विषय पर चर्चा की। प्राचार्य प्रोफेसर स्वाति पाल, एसोसिएशन प्रभारी डॉ. नताशा नोंगबरी, और शिक्षक प्रभारी प्रो. सौम्या गुप्ता ने इस सत्र का संचालन किया। प्रो. महालक्ष्मी ने पुराणों में स्त्रियों की भूमिका, लिंग संबंध, और लैंगिक दान के ऐतिहासिक संदर्भ पर प्रकाश डाला।
सत्र का विषय “स्त्रियां और पितृसत्तात्मक मानदंडः प्रारंभिक पुराणों में मिथक“ था। मुख्य वक्ता प्रोफेसर आर. महालक्ष्मी, जेएनयू से थीं। उन्होंने पुराणों में स्त्रियों की भूमिका और पितृसत्तात्मक समाज के संदर्भ में उनकी छवि पर प्रकाश डाला। सत्र में प्रमुख शिक्षकों और छात्रों ने भाग लिया, जिसमें डॉ. विजय नाथ की सुपुत्री निधि श्रीनिवास भी उपस्थित रहीं।