बारिश से कई कई जिलों ही हालत खस्ता, जलभराव की आई है खबरें

मानसून भले ही नहीं आई हो, लेकिन हल्की बारिश से नगर निकायों की पोल खुल रही है। नालों की सफाई हुई नहीं, नतीजा जलभराव। यातायात जाम। जनता कर रही है सवाल, क्या आगे भी रहेगा यही हाल ?

नई दिल्ली। कुछ दिन पहले मुंबई में बारिश की खबरों ने पूरे देश का ध्यान खींचा था। शनिवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में बारिश होने से कई जगह जलभराव होने की सूचना है। नगर निगम की पोल खुली। सडकों पर पानी जमा रहा। लोगों को आने जाने में बेहद परेशानियों का सामना करना पड रहा है।

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भारी बारिश के बाद कई इलाकों में जलभराव हो गया है। एक व्यक्ति ने बताया, बारिश बहुत ज्यादा हुई है। कई जगह पानी भर गया है। जगह-जगह पानी भरने से मेरी गाड़ी बंद हो गई है। संभल ज़िला अस्पताल में बारिश के बाद जलभराव होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद पुलिस बिजनौर में गंगा किनारे रह रहे लोगों को अलर्ट कर रही है।

मुरादाबाद में लगातार हो रही बारिश की वजह से रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया है, पंपिंग सेट की मदद से पानी निकाला जा रहा है। उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश की वजह से अलकनंदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

मौसम केंद्र जयपुर के प्रवक्ता ने बताया कि दक्षिण पश्चिमी मॉनसून की उत्तरी सीमा शनिवार को राजस्थान के बाड़मेर, भीलवाड़ा व धौलपुर से गुजर रही है। मॉनसून के कारण बीते चौबीस घंटे में राज्य के कई हिस्सों में 84 मिमी. तक बारिश दर्ज की गई। पूर्वी राजस्थान में दानपुर में 84 मिमी., पीपलखूंट में 81 मिमी., देवगढ़ 76 मिमी., धरियावाद में 63 मिमी. बारिश हुई। भीलवाड़ा, राजसमंद, सिरोही, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़ व बाड़मेर जिले में कई जगह हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई।

लोगों का कहना है कि अभी तो मानसून पूरी तरह से आया नहीं हैं। इस समय जब ये हाल है, तो पता नहीं मानूसन के दौरान क्या होगा। बीते दिनों राजधानी दिल्ली में बारिश होने के बाद कई इलाकों में जलभराव की सूचना आई थी।