नई दिल्ली। एफडीए ने गुजरात के अहमदनगर में मौजूद मैकडॉनल्ड्स के एक आउटलेट का लाइसेंस निलंबित कर दिया था। फ्रेंचाइजी पर आरोप लगा कि वह अपने प्रोडक्ट्स में असली चीज की बजाय चीज के विकल्पों का इस्तेमाल कर रही थी। इसलिए आउटलेट के लाइसेंस को निलंबित किया गया। दुनिया का सबसे बड़ा हैमबर्गर फास्ट फ़ूड रेस्तरां ’मैकडॉनल्ड्स’ भारत में विवादों में घिरा हुआ है। विवाद की शुरुआत तब हुई जब एफडीए ने गुजरात के अहमदनगर में मौजूद मैकडॉनल्ड्स के एक आउटलेट का लाइसेंस निलंबित कर दिया था। फ्रेंचाइजी पर आरोप लगा कि वह अपने प्रोडक्ट्स में असली चीज की बजाय चीज के विकल्पों का इस्तेमाल कर रही थी। इसलिए आउटलेट के लाइसेंस को निलंबित किया गया। हालाँकि, प्रोडक्ट्स के नाम से चीज़ शब्द हटाने के बाद कंपनी का लाइसेंस फिर से बहाल कर दिया गया। मैकडॉनल्ड्स विवाद पर बोलते हुए एफडीए-अहमदनगर के खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेंद्र बेडे ने कहा, ’अक्टूबर 2023 में, हमने केडगांव में आउटलेट का दौरा किया और पाया कि आउटलेट पर प्रदर्शित खाद्य पदार्थों के नामों में अमेरिकन चीज़ बर्गर, अमेरिकन चीज़ नगेट्स, चीज़ बर्गर, इटालियन चीज़ लावा बर्गर और ब्लूबेरी चीज़ केक शामिल थे। ये सभी नाम उनके उत्पादों के ब्रांड नाम हैं।’ तकनीकी रूप से, इसे चीज़ एनालॉग या चीज़ का विकल्प कहा जाता है। शुद्ध चीज़ में दूध वसा होता है, जबकि पनीर एनालॉग में दूध वसा और वनस्पति वसा दोनों होते हैं। इसके बाद कंपनी से स्पष्टीकरण मांग गया। अधिकारी ने कहा कि चूंकि उनका स्पष्टीकरण असंतोषजनक था, इसलिए पिछले साल नवंबर में उनका लाइसेंस निलंबित कर दिया गया। अधिकारी ने बताया कि हाल में फ्रेंचाइजी ने एक अनुपालन रिपोर्ट दायर कर बताया कि उत्पाद के नाम से चीज़ शब्द हटा दिया गया है। इसके बाद लाइसेंस को बहाल कर दिया गया है। आउटलेट का लाइसेंस निलंबित होने के बाद मैकडॉनल्ड्स इंडिया ने सफाई पेश की। कंपनी ने दावा किया कि वह अपने उत्पादों में सिर्फ शुद्ध चीज़ का ही इस्तेमाल करती है। हालाँकि, बाद में कंपनी ने अपने मेनू में से चीज शब्द हटा दिया था। इसके बाद ही कंपनी के आउटलेट के निलंबन को रद्द किया गया।
फास्ट फूड खाते हैं, तो यहां का हैमबर्गर संभलकर खाएं
दुनिया का सबसे बड़ा हैमबर्गर फास्ट फूड रेस्तरां में इस्तेमाल हो रहा है नकली चीज।