72 राज्यसभा सांसदों को दी गई विदाई, पीएम मोदी पहुंचे भोज में

देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर मनाए जा रहे ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि महापुरुषों ने देश के लिए बहुत कुछ दिया है, अब देने की जिम्मेदारी हमारी है।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने राज्यसभा से सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों के बेहतर भविष्य की कामना करते हुए बृहस्पतिवार को उनसे आग्रह किया कि वह उच्च सदन की चारदीवारी में मिले अनुभवों को चारों दिशाओं में ले जाएं और अपने योगदानों को कलमबद्ध कर देश की भावी पीढ़ी को प्रेरित भी करें।

राज्यसभा से मार्च और जुलाई के बीच 72 सदस्य सेवानिवृत्त हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने सेवानिवृत्त हो रहे सांसदों के लिए दिए गए अपने विदाई भाषण में उच्च सदन में कहा कि जो सदस्य सेवानिवृत्त हो रहे हैं उनके पास अनुभव की बहुत बड़ी पूंजी है और कभी-कभी अनुभव की ताकत ज्ञान से ज्यादा होती है। उन्होंने कहा कि ज्ञान की तो अपनी सीमाएं होती हैं, वह सम्मेलनों में काम भी आता है लेकिन अनुभव से जो प्राप्त होता है, उसमें जटिल समस्याओं के समाधान के लिए सरल उपाय होते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 72 निवर्तमान राज्यसभा सदस्यों के विदाई समारोह में पहुंचे।

सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों में कांग्रेस के ए के एंटनी, आनंद शर्मा, अंबिका सोनी, कपिल सिब्बल, भारतीय जनता पार्टी के सुरेश प्रभु, सुब्रमणियम स्वामी, बहुजन समाज पार्टी के सतीश चंद्र मिश्रा, शिवसेना के संजय राउत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल्ल पटेल आदि शामिल हैं। सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों में निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, मुख्तार अब्बास नकवी और आरसीपी सिंह जैसे मंत्री भी हैं। मनोनीत सदस्यों एम सी मैरीकॉम, स्वप्न दासगुप्ता और नरेंद्र जाधव का भी कार्यकाल समाप्त हो रहा है।