नई दिल्ली। भले ही किसान आंदोलन पहले राजनीति से दूर रहा, लेकिन अब तो यह एक राजनीतिक मंच दिखता है। 26 जनवरी के बाद से लगातार नेताओं और सरकार के मंत्रियों का यहां आना जाना लगा हुआ है। गाजीपुर बाॅर्डर पर आंदोलन कर रहे भारतीय किसान यूनियन को कई राज्यों के मंत्रियों और नेताओं का समर्थन हासिल हो गया है।
उसी कडी में झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख गाजाीपुर बाॅर्डर पहुंचे। उन्होंने किसानों से बात की। आंदोलन को अपना समर्थन दिया। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत से लंबी बातचीत की। इस दौरान कृषि मंत्री ने किसान नेता राकेश टिकैत को अपने बोतल से पानी पिलाया। कृषि मंत्री बादल ने कहा कि जब एक किसान के आंसू छलके थे तबसे मन व्यतिथ था। आज गाजीपुर बॉर्डर पर धरनारत किसानों के बीच पहुँच कर किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकत की व आंदोलन को नैतिक समर्थन दिया। ये पल मुझे हमेशा याद रहेंगे।
बता दें कि इससे एक दिन पहले शिवसेना सांसद संजय राउत महाराष्ट् के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का संदेश लेकर गाजीपुर पहुंचे थे। उन्होंने राकेश टिकैत से बात की और अपनी पार्टी का समर्थन दिया। साथ ही यह भी कहा कि बहुत जल्द हमारे मुख्यमंत्री जी राकेश टिकैत से बात करेंगे। इससे पहले दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित कई मंत्री राकेश टिकैत को हर वह सुविधा उपलब्ध करवा रहे हैं, जिनकी उन्हें जरूरत हो रही है।
वहीं, कांग्रेस की ओर से बयान जारी करके कहा गया है कि दिल्ली की सरहद पर नुकीली कीलें लगा कर सरकार किसको रोकना चाह रही है? देश के अन्नदाता के खिलाफ भाजपा सरकार का अमानवीय व्यवहार हर हद को पार कर रहा है। भाजपा अपनी क्रूरता को त्याग कर अन्नदाता की आवाज सुनें।