हेयर सीकेट्स के लिए पढ़ें हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब की नई पुस्तक ’ब्यूटीफुल हेयर ब्यूटीफुल यू’

नई दिल्ली। अच्छे बालों की चाहत आपको भी होती होगी। इसके लिए आप बहुत अजमा चुकी होंगी। हर बेहतर परिणाम मिले जरूरी नहीं। इसके लिए आप यहां-वहां नहीं जाएं हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब की नई पुस्तक “ब्यूटीफुल हेयर ब्यूटीफुल यू “ पढ़ें। यह पुस्तक जल्द ही बाजार में आने वाली है। बता दें कि मॉरिस स्कूल ऑफ हेयर डिज़ाइन लंदन में पढ़े और टाइम्स और फ़ोर्ब्स पत्रिका में छपने बाले एक मात्र भारतीय हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब ने अपनी नई किताब ’ब्यूटीफुल हेयर ब्यूटीफुल यू’ के बारे में बताया की इस किताब में भारतीय परिपेक्ष में बालों के बारे में लोगों के मन में सभी भ्रम और शंकाओं को दूर करने की कोशिश की गई है। साथ ही बताया कि बालों की सेहत आदमी की व्यक्तिगत सोच/?मानसिक स्थिति पर ही जयादातर निर्भर करती है। उनका कहना है की भारत की 75 प्रतिशत महिलाएं 40बर्ष की आयु के बाद अपने खराब बालों की वजह से चिढ़-चिड़ी रहती हैं और इसका असर उनके व्यवहार पर भी देखने में मिलता है। बालों की ज्यादातर समस्याएं स्कैल्प में गंदगी की बजह से होती हैं और नियमित रूप से स्कैल्प की सफाई करने से बालों की ज्यादातर समस्याएं नहीं होती हैं।
हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब का कहना है की बालों को अलग से पोषण प्रदान करने की परिकल्पना मात्र भ्रम है तथा यह कंपनियों द्वारा अपने उत्पाद बेचने के लिए मार्केटिंग की रणनीति का ही हिस्सा है। उनका कहना है की वास्तव में बालों की सेहत आदमी के सम्पूर्ण स्वास्थ्य से जुडी है और अगर व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से बलबान है तो त्वचा और बालों की सेहत खुद ही अच्छी हो जाती है तथा बालों की सेहत को किसी भी व्यक्ति के सम्पूर्ण स्वास्थ्य से अलग करके कभी प्राप्त नहीं किया जा सकता।

जावेद हबीब से जानें कुछ हेयर सीक्रेट्स

– बालों में केमिकल का कम से कम प्रयोग करना चाहिए।
– बालों को कलर और स्पा में प्रयोग किये जा रहे रासायनिक रंगों से कई बार चेहरे की त्वचा भी काली पड़ सकती है और बाल कमजोर होकर झड़ने लगते हैं।
– ज्यादातर लोगों को बालों को कलर करने की सही तकनीक पता नहीं होती जिसकी वजह से उन्हें कलर करने से अनेक नुकसान झेलने पड़ते हैं।
– बालों को कलर करने के लिए किसी सैलून की सेवाएं लेनी चाहिए और अगर यह महंगा लगे तो बालों को कलर करने के लिए अमोनिया और हाइड्रोजन परऑक्साइड को बराबर मात्रा में मिलाकर बालों पर मात्र आधा
घंटा ही लगाना चाहिए। इससे ज्यादा देर तक रासायनिक पदार्थों को बालों पर लगा रहने से बालों और स्कैल्प को नुकसान हो सकता है तथा बाल पतले और कमजोर हो जाते हैं।
– कंघी का चयन करती बार बालों की बनाबट को ध्यान में रखना चाहिए और घुंघराले बालों के लिए पतली कंघी का उपयोग करना चाहिए जबकि सीधे बालों के लिए सामान्य लकड़ी की कंघी उचित रहती है।
– हेयर स्टाइलिंग की अवधि बालों की लंबाई और स्वास्थ्य के अनुरूप तय करनी चाहिए।
– अगर बाल छोटे हों तो यह अवधि पांच मिनट और लंबे घने बालों को पंद्रह मिनट तक हेयर स्टाइलिंग की जा सकती है तथा इससे ज्यादा समय तक हेयर स्टाइलिंग से बालों को नुकसान हो सकता है।
– शैम्पू के बारे में भ्रांतियों को दूर करते हुए कहा की स्कैल्प साफ करने के लिए आप रोजाना माइल्ड शैम्पू का उपयोग करें।
– खादी भंडार में बिकने बाले सामान्य आर्गेनिक शैम्पू और साबुन बालों के लिए सबसे बेहतर होते हैं और महंगे शैम्पू और साबुन का उपयोग मात्र पैसे की बर्बादी साबित होती है।
– बालों को रात को तेल लगा कर सोने से बालों को नुकसान हो सकता है क्योंकि तेल से बालों की गंदगी स्कैल्प पर जम जाती जोकि बालों को सांस लेने/ रिजनरेट होने से रोकती है और बालों की ग्रंथिओं /कोशकाओं को नुकसान पहुंचती है।
– बालों को नहाने से पांच सात मिनट पहले गीला करके उनपर तेल लगाना चाहिए और बाद में शैम्पू से उसे धो देना चाहिए जिससे बालों को सबसे ज्यादा फायदा होता है।
– सूखे बालों पर तेल लगाने के ज्यादा फायदे नहीं होता।
– उत्तर भारत में सरसों का तेल और दक्षिण भारत में नारियल का तेल बालों के लिए सबसे बेहतर साबित होता है। – खुशबूदार तेलों को बालों पर उपयोग नहीं करना चाहिए।
– कॉविड महामारी में तनाव और डिप्रेशन की वजह से बाल झड़ना की समस्या लगभग ज्यादातर लोगों में देखने में मिली तथा शहरी क्षेत्रों में यह महामारी की तरह ही फैली है।