अंतिम यात्रा पर निकले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पीएम मोदी भी होंगे शामिल

 

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर AICC मुख्यालय से निगमबोध घाट ले जाया जा रहा है।
भारत के 13वें प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन गुरुवार देर रात को एम्स अस्पताल में 92 वर्ष की आयु में हो गया था। उनके निधन के बाद शनिवार की सुबह 11:45 बजे दिल्ली के निगमबोध घाट श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। ये जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को दी है।
गृह मंत्रालय (एमएचए) ने एक बयान में कहा, “सरकार ने निर्णय लिया है कि डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। अंतिम संस्कार 28 दिसंबर, 2024 को सुबह 11:45 बजे निगमबोध घाट, नई दिल्ली में होगा।” गुरुवार रात 8:06 बजे उन्हें नई दिल्ली स्थित एम्स के मेडिकल इमरजेंसी में लाया गया। तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका और रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया, अस्पताल ने कांग्रेस के दिग्गज नेता के निधन की पुष्टि करते हुए एक बयान जारी किया।

गौरतलब है कि डॉ. मनमोहन सिंह, जिन्होंने 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के हाथों कांग्रेस की हार के बाद सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लिया था, ने राज्यसभा में अपना अंतिम सार्वजनिक प्रदर्शन अगस्त 2023 में किया था, जिसके वे सदस्य थे।

कांग्रेस ने दिल्ली में स्मारक स्थल की मांग की

कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक दिल्ली में एआईसीसी मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सीपीपी अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा नेता और सांसद राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं की उपस्थिति में बैठक हुई। यह बैठक पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए बुलाई गई थी। वहीं, कांग्रेस ने केंद्र से मांग की है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए दिल्ली में यमुना नदी के किनारे स्थल दी जाए, जहां कई पूर्व प्रधानमंत्रियों के स्मारक हैं।
कांग्रेस का साफ तौर पर मानना है कि दिवंगत पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह के लिए उनके कद के अनुसार अंतिम संस्कार और स्मारक के लिए उचित स्थान दिया जाना चाहिए। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार सुबह 11:45 बजे निगम बोध घाट पर किया जाएगा। विज्ञप्ति में कहा गया है कि कांग्रेस कार्य समिति एक सच्चे राजनेता डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करती है, जिनके जीवन और कार्य ने भारत की नियति को गहराई से आकार दिया है। डॉ. सिंह भारत के राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्य में एक महान व्यक्ति थे, जिनके योगदान ने देश को बदल दिया और उन्हें दुनिया भर में सम्मान मिला। 1990 के दशक की शुरुआत में वित्त मंत्री के रूप में, डॉ. सिंह भारत के आर्थिक उदारीकरण के वास्तुकार थे।