नई दिल्ली। देश की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने के उद्देश्य से गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 7 मई 2025 को एक व्यापक सुरक्षा मॉक ड्रिल आयोजित करने का आदेश दिया है। इस अभ्यास के जरिए सरकार आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित और समन्वित प्रतिक्रिया की तैयारी सुनिश्चित करना चाहती है।
ड्रिल का मकसद
यह मॉक ड्रिल संभावित हवाई हमलों या आतंकी घटनाओं की स्थिति में राज्यों की तैयारी और उनकी प्रतिक्रिया क्षमताओं का मूल्यांकन करेगी। गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह अभ्यास केवल सावधानीपूर्ण तैयारी का हिस्सा है और किसी वास्तविक खतरे का संकेत नहीं है।
सायरन और चेतावनी प्रणाली
ड्रिल के दौरान हवाई हमले के संकेत स्वरूप कई क्षेत्रों में सायरन बजाए जाएंगे, ताकि नागरिकों को सतर्क किया जा सके और उन्हें आपातकालीन सुरक्षा प्रक्रियाओं का अभ्यास कराया जा सके। ये चेतावनी संकेत उन क्षेत्रों में दिए जाएंगे जिन्हें संभावित रूप से संवेदनशील माना गया है।
संदेश क्या है?
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह अभ्यास दर्शाता है कि भारत सरकार बढ़ते वैश्विक खतरे और क्षेत्रीय अस्थिरता के प्रति सतर्क है। यह मॉक ड्रिल एक संकेत हो सकती है कि आने वाले समय में यदि कोई बड़ा सुरक्षा संकट उत्पन्न होता है, तो केंद्र और राज्य सरकारें पूरी तरह से तैयार रहें।